कोटा. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) के हत्थे जलदाय विभाग के फीटर और हेल्पर चढ़ गए हैं. मीटर में बिल राशि को एडजस्ट करने के नाम पर 7 हजार की घूस लेते कोटा एसीबी की टीम ने जाल बिछाते हुए दोनों को गिरफ्तार कर लिया. पीएचईडी विभाग के दोनों कर्मचारी इतने बेखौफ थे कि वे फरियादी के घर पर ही रिश्वत की राशि लेने चले गए.
लेकिन वहां पहले से घात लगाए बैठी ACB की टीम ने दोनों आरोपियों को ट्रैप कर लिया. आरोपी फीटर लक्ष्मण सिंह गहलोत और हेल्पर योगेंद्र सैन कोटा पीएचईडी के कनिष्ठ अभियंता दादाबाड़ी कार्यालय में तैनात हैं. वहां क्षेत्रवासी सेवाराम की एक मल्टी स्टोरी है, जिसमें 11-12 परिवार रहते हैं. जिसका 6 माह का बिल 54 हजार आया.
ज्यादा बिल आने पर सेवाराम ने इन दोनों आरोपियों से संपर्क किया. जहां फीटर लक्ष्मण और हेल्पर योगेंद्र ने बिल कम कर 6-7 हजार करने की एवज में 15 हजार की रिश्वत की मांग की. जिसकी शिकायत पीड़ित सेवाराम ने कोटा एसीबी में की. जिस पर एसीबी ने पूरा जाल बिछाते हुए मामले का सत्यापन करवाया.
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वहीं, सत्यापन के दौरान आरोपी कर्मचारियों ने 1 हजार की रिश्वत राशि ली. इसके बाद एसीबी ने सोमवार को ट्रैप की कार्रवाई आयोजित की. जिसमें दूसरी किश्त के 7 हजार रुपए लेते हुए एसीबी के पुलिस निरीक्षक रमेश आर्य के नेतृत्व में एसीबी टीम ने शिकायतकर्ता परिवार के आवास से ही दोनों रिश्वतखोर पीएचईडी कार्मिकों को ट्रैप कर लिया.
फिलहाल, एसीबी की टीम दोनों से पूछताछ में जुटी हुई है. इस पूरी कार्रवाई को अंजाम देने वाली टीम में एसीबी की टीम में पुलिस निरीक्षक अजीत बागडोलिया, हेड कांस्टेबल रामगोपाल, कांस्टेबल दिलीप कुमार, शक्ति सिंह, अब्दुल सत्तार, मनोज कुमार, मुकेश कुमार, नरेंद्र सिंह और हेमंत शामिल है.