रामगंजमंडी (कोटा). सुकेत में नाबालिक के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में आम आदमी पार्टी महिला मोर्चा अध्यक्ष प्रीति पठाक सुकेत पीड़िता से मिलने पहुंचीं. उन्होंने बताया कि आम व्यक्ति सामर्थ्यवान बने ताकि वह अपने लिये आवाज उठा सके.
उन्होंने कहा कि पुलिस की मिलीभगत के कारण आम आदमी पार्टी से बीजेपी और कांग्रेस वाले इतना डरते हैं की पीड़िता से मिलने से पहले ही उन्होंने बालिका को घर से गायब करवा दिया. यह हमारे गांधीवादी नेता अशोक गहलोत यह क्या करते हैं. इन्होंने एक ओरा क्रियेट करवाया. अपने गांधीवादी होने का. गांधीजी क्या करते थे, वे महिला और दलित की आवाज बने थे.
उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत सरकार सिर्फ सत्ता बचाने में लगी हुई है. अपने कानून को इस्तेमाल करती है अपनी पार्टी के लिए. उन्होंने कहा कि हम पीड़िता से मिलने आ रहे हैं, इसकी जानकारी सेंट्रल इंटेलिजेंस को थी. फिर भी पीड़िता को उसके घर से कहीं बाहर भेज दिया.
उन्होंने बताया कि जब हमने पुलिस कॉन्स्टेबल से पूछा तो उन्होंने जवाब दिया कि हमें पता नहीं बालिका कहां गई. जब हमने पीड़िता की मां से जानकारी तो उन्होंने बताया कि पुलिस की लापरवाही महिला का समय पर केस दर्ज नहीं किया गया. घटना होने के बाद में पुलिस के कुछ अधिकारियों को लाइन हाजिर और सस्पेंड कर दिया.
उन्होंने कहा कि सुकेत नाबालिक दुष्कर्म मामले में बालिका को जिस होटल में रखा, क्या उस होटल का लाइसेंस रद्द किया गया. हमारा आरोप है कि इस मामले में ऐसा कोई संदिग्ध है जिसको सरकार और स्थानीय पुलिस उसको बचाना चाह रही है.