कोटा. जिले के अनंतपुरा थाना क्षेत्र के बावड़ी खेड़ा गांव में पिछले पांच सालों से एक युवक को जंजीरों में जकड़ कर तीन ताले लगाकर रखा जा रहा था. वहीं बुधवार को 'अपना घर आश्रम' के सचिव नगर निगम की रेस्क्यू टीम के साथ पहुंच कर उसे अपने साथ ले आए. आरी से उसकी बेड़ियों को काट कर मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया. जहां उसका इलाज जारी है.
'अपना घर आश्रम' के सचिव मनोज जैन आदिनाथ ने जानकारी देते हुए बताया कि 'अपना घर आश्रम' में किसी ने सूचना दी कि बावड़ी खेड़ा में एक व्यक्ति को जंजीरों से जकड़ कर रखा जा रहा है तो तुरन्त अनंतपुरा थाना पुलिस व नगर निगम की रेस्क्यू टीम को साथ लेकर वहां पहुचें. वे उसकी हालत देख कर दंग रह गए. उसे बुरी तरह जंजीरों से जकड़ कर और तीन ताले लगाकर एक ओर पटक रखा था. जब इसके परिजनों के बारे में जानकारी चाही तो किसी ने भी नहीं बताया.
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उन्होंने बताया कि बारां जिले के पालयथा निवासी युवक का नाम मुकेश गुर्जर बताया जा रहा है. वहीं इसके कुछ परिजन बावड़ी खेड़ा रहते हैं. जो कि मुकेश इनके पास आकर रह रहा था. मानसिक रोगी होने के कारण काफी लंबे समय से मोटी चेनों को लपेटकर तीन तालों से जकड़ कर पटक रखा गया था, जिसे बुधवार को थाने में लाकर इसकी जंजीरे काटी गई और मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
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मुकेश को जंजीरों से जैसे ही आजादी मिली मानो एम्बुलेंस में ही उसने पहली बार चैन की नींद ली. इलाज के पश्चात उसे 'अपना घर आश्रम' में रखा जाएगा.