कोटा. कोविड-19 की दूसरी लहर से कोटा बुरी तरह से प्रभावित है. बीते कई दिनों से निजी और सरकारी अस्पतालों में मरीजों की भर्ती बंद है. केवल इक्के-दुक्के गंभीर मरीजों को ही भर्ती किया जा रहा है. साथ ही ऑक्सीजन की सप्लाई की व्यवस्था भी पूरी तरह से गड़बड़ाई हुई है. उसके बावजूद कोरोना पॉजिटिव केसेस में कमी नहीं आ रही है. आज भी कोविड-19 से 701 पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं. इसके साथ ही सरकारी रिपोर्ट के अनुसार 8 मरीजों की मौत कोटा में हुई है. जबकि कोविड-19 का इलाज करा रहे करीब 17 लोगों ने अस्पताल में दम तोड़ा है.
शहर का चिकित्सा सिस्टम पूरी तरह से फेल हो चुका है. वहीं, शहर के मुक्तिधाम भी फुल चल रहे है. वेंटिग से अंतिम संस्कार हो रहा है. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 983 मरीज भी कोविड-19 से रिकवर भी गुरुवार को हुए हैं. जिले में एक्टिव केस की संख्या भी में कमी आई है. एक्टिव केस 8 हजार पार हो चुके थे जो अब 7830 पर पहुंच गए हैं. जिले में अब तक 276 कोविड मरीज की मौत हो गई है.
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने दावा किया है कि कोटा जिले में ऑक्सीजन के पर्याप्त उपलब्धि अब रहेगी. क्योंकि कोटा को रोजाना जामनगर से एक लिक्विड टैंकर ऑक्सीजन की आपूर्ति होगी जो कि कोटा के लिए पर्याप्त रहेगा. सीएमएचओ डॉ. भूपेंद्र सिंह तंवर ने बताया कि ऑक्सीजन उपलब्धता के साथ ही ऑक्सीजन का बेकअप भी है. हालांकि हकीकत इससे कुछ उलट ही है. आज भी घरों पर ही अपने परिजनों का इलाज कर रहे अधिकांश मरीज ऑक्सीजन प्लांट के बाहर ही कतारें लगाएं खड़े रहे. वहीं निजी अस्पतालों ने भी पूरी ऑक्सीजन नहीं मिलने की बात जिला कलेक्टर से कही है.