कोटा. कोरोना वायरस का असर अब सब जगह नजर आने लगा है. रेलवे के टिकट भी लगातार रद्द हो रहे हैं. यहां तक कि लोग अब आरक्षण काउंटरों पर पहुंच भी नहीं रहे हैं. जहां पर आरक्षण काउंटरों पर लंबी कतारें लगी होती थी, अब सुनसान रहता है. इमरजेंसी में या मजबूरी में ही यात्री अपने टिकट बनवा रहा है. पूरे आरक्षण सेंटर पर ही इक्के-दुक्के लोग नजर आते हैं.
वहीं टिकट कैंसिल में काफी इजाफा हुआ है. पहले की तुलना में 7 गुना ज्यादा टिकट रद्द हो रहे हैं. जबकि जो टिकट बुकिंग है, वो आधे से भी घटकर कम रह गई है. 700 यात्रियों के टिकट रोज हो रहे कैंसिल कोटा आरक्षण काउंटर की बात की जाए तो अभी वर्तमान में 700 यात्रियों के रोज टिकट कैंसिल हो रहे हैं. टिकटों की संख्या करीब 300 के आसपास है, जबकि जब कोरोना का खतरा नहीं था तब तो पैसेंजर से टिकट कैंसिल होते थे. जिनकी संख्या 30 से 40 ही रहती थी.
31 मार्च से के बाद के बुक हो रहे टिकट बुकिंग की बात की जाए तो वर्तमान में 400 पैसेंजर के टिकट की बुक हो रहे हैं. इन टिकटों की संख्या करीब 130 से 160 के बीच है, जिनमें अधिकांश टिकट 31 मार्च की बाद की तारीखों के हैं. जबकि कोरोना वायरस के खतरे के पहले रोज करीब 1300 जनों के टिकट बुक हो रहे थे, जिनकी संख्या करीब 400 से 500 के बीच थे.
पार्किंग स्टैंड वाला भी कह रहा नहीं हो रही कमाई
यहां तक कि बुकिंग काउंटर के बाहर पार्किंग स्टैंड संचालित कर दीपक का भी कहना है कि उसका भी धंधा लगभग चौपट जैसा ही है. पहले जहां पर 50 से ज्यादा अप-डाउनर्स के टोकन कटते थे, वह पूरी तरह से बंद हो गए हैं. इसका पूरा कारण कोरोना वायरस को ही बता रहे हैं.
टिकट कैंसिल करवाने पहुंची निशा साहू का कहना है कि कोरोना के चलते मेरा एग्जाम कैंसिल हो गया है. जबलपुर का मेरा टिकट था, ऐसे में उसको रद्द करवा रही हूं. इसरो का भी एग्जाम कैंसिल हो गया है. एक अन्य महिला ने कहा कि बेटी अहमदाबाद में पढ़ती है, लेकिन सब लोग कह रहे कोरोना वायरस फैल रहा है. बेटी अहमदाबाद जा रही थी, इसके चलते मैंने टिकट कैंसिल करवा दिया है. स्टेशन पर ही थर्मल स्कैनिंग हो रही है. अब जब भी जाएंगे तब टिकट करवा लेंगे. फिलहाल तो कोई जाने का प्लान अब नहीं है, अब जब सब नॉर्मल होगा तभी जाएंगे.