जोधपुर. कोरोना संक्रमण के चलते राज्य सरकार की गाइडलाइन के अनुसार सभी धार्मिक स्थल बंद हो चुके हैं. इन दिनों चैत्र नवरात्र भी चल रहे हैं, लेकिन सभी शक्तिपीठ बंद है. नवरात्र में होमाष्टमी का काफी महत्व होता है. मंगलवार को अष्टमी होने से नागोरी गेट के करनी माता के मंदिर के बाहर ही भक्तों ने यज्ञ का आयोजन किया.
सरकार की गाइडलाइन की भावना के तहत इस यज्ञ में 3 लोग ही शामिल हुए. करनी माता के मंदिर के बाहर यज्ञ कर भक्तों ने इस महामारी से मुक्ति की प्रार्थना की और आहुतियां दीं. मंदिर के पुजारी दिलीप जोशी ने बताया कि नवरात्र में अष्टमी के दिन यज्ञ होता है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग लेते हैं. वहीं महामारी के चलते जो दिशा निर्देश सरकार ने जारी कर किए हैं, उसकी पालना के तहत मंदिर बंद है.
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अष्टमी का यज्ञ हर वर्ष होता है. इसलिए सूक्ष्म रूप में इसका आयोजन किया गया है. गौरतलब है कि जोधपुर सहित पूरे मारवाड़ में मां चामुंडा मां करणी, आशापुरा और सुंधा माता के बड़े मंदिर और शक्ति पीठ है, लेकिन कोरोना के चलते सभी बन्द है. नवरात्र में सिर्फ पुजारी परिवार ही मंदिर के अंदर पूजा अर्चना कर रहे हैं.