जोधपुर. राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश बुधवार को जोधपुर के दौरे पर रहीं. यहां चल रहे पश्चिमी राजस्थान हस्तशिल्प उद्योग मेले में महिला एवं बाल विकास पर आयोजित संगोष्ठी में भाग लेने पहुंची ममता भूपेश ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्भया कांड के गुनहगारों को फांसी दिए जाने के फैसले की सराहना की.
ममता भूपेश ने कहा कि यह बहुत जरूरी था और हमें हमारे समाज में एक ऐसा वातावरण तैयार करना होगा जिससे कि हम हमारी बेटियों की रक्षा कर सकें. साथ ही उन्होंने कहा कि इस तरह के मामले में सुनवाई लंबित होने जैसी स्थिति में फास्ट ट्रैक से ही नियमित सुनवाई हो. इसके लिए राजस्थान सरकार प्रयासरत है लेकिन जब उनसे पूछा गया कि प्रदेश में बच्चों की मौत के बारे में सवाल तो वह मुंह फेर कर चलती बनी जबकि महिला एवं बाल विकास मंत्री के दायरे में बच्चों का विकास भी आता है.
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बच्चों से जुड़े महकमे की मंत्री होने के बावजूद ममता भूपेश ने इस मामले से दूरी बना ली. क्योंकि सरकार में अभी यह मामला चरम पर है ऐसे में उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के बीच इस मामले को लेकर चल रही बयानबाजी के कारण महिला एवं बाल विकास मंत्री ने दूरी बनाने में ही अपनी भलाई समझी और बिना जवाब दिए मुड़ गईं.
तेज सर्दी में भी आंगनबाड़ी के बच्चों को पोषाहार के लिए आंगनबाड़ी केंद्र पर आना क्यों जरूरी है. इस सवाल पर ममता भूपेश ने कहा कि आंगनबाड़ी सुप्रीम कोर्ट के बनाए गए निर्देशों पर संचालित हो रही है इसमें हम स्कूलों की तरह शीतकालीन अवकाश नहीं कर सकते लेकिन हमने सर्दियों के चलते समय में बदलाव जरूर किया है.