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SPECIAL: क्या होता है ऑटोनॉमस कॉलेज? जिसे नई शिक्षा नीति में बढ़ावा देने की कही गई है बात, जानें क्या है इसकी खासियत?

नई शिक्षा नीति में सरकार की ओर से ऑटोनॉमस कॉलेजों को बढ़ावा देने की बात कही गई है. ये ऑटोनॉमस कॉलेज क्या होते हैं? ये अन्य कॉलेजों से कैसे भिन्न होते हैं? ऑटोनॉमस होने के लिए कैसे आवेदन करते हैं और किस आधार पर यूजीसी कॉलेजों को ऑटोनॉमस बनाती है. देखें इस खास रिपोर्ट में...

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क्या होता है ऑटोनॉमस कॉलेज?
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Published : Aug 26, 2020, 10:39 PM IST

जोधपुर. नई शिक्षा नीति के अनुसार सरकार द्वारा ऑटोनॉमस कॉलेजों को बढ़ावा देने की बात की गई है. इसी कड़ी में जोधपुर की बात करें तो जोधपुर में सिर्फ एक ही कॉलेज ऑटोनॉमस है. जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय से संबंध लाचू मेमोरियल कॉलेज जोधपुर शहर में ऑटोनॉमस है. जिसमें लगभग 3000 से अधिक विद्यार्थी अध्यनरत हैं. जोधपुर के एकमात्र ऑटोनॉमस कॉलेज में इंजीनियरिंग, कंप्यूटर इंजीनियरिंग, बीबीए एमबीए, बीएससी, एमएससी, सहित सभी कोर्स करवाए जाते हैं.

क्या होता है ऑटोनॉमस कॉलेज?

जोधपुर के जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. पीसी त्रिवेदी ने बताया कि ऑटोनॉमस कॉलेज जोधपुर में एक ही है. वहीं ऐसे कॉलेज जो ऑटोनॉमस होने की क्षमता रखते हैं, उन्हें आवेदन करना चाहिए, जिससे विश्वविद्यालय सहित छात्र-छात्राओं को काफी फायदा मिलेगा. कुलपति ने बताया कि कॉलेज को ऑटोनॉमस करने के लिए यूजीसी में आवेदन किया जाता है, उसके पश्चात यूजीसी द्वारा एक टीम को संबंधित क्षेत्र में भेज कर कॉलेज में सभी व्यवस्थाओं की बारे में जांच की जाती है. उसके पश्चात यूजीसी ही तय करती है कि आवेदन किए गए कॉलेज को ऑटोनॉमस बनाया जा सकता है या नहीं.

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जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के कुलपति ने बताया कि जोधपुर जेएनवीयू विवि द्वारा ऑटोनॉमस कॉलेज को विश्वविद्यालय द्वारा सिर्फ डिग्री प्रदान की जाती है. उसके अलावा ऑटोनॉमस कॉलेज द्वारा अपने स्तर पर एग्जाम करवाना, शिक्षा देना, पेपर तैयार करना और अन्य सभी व्यवस्था कॉलेज द्वारा ही की जाती है. कुलपति ने बताया कि छात्र-छात्राओं को अच्छी शिक्षा के चलते ज्यादा से ज्यादा कॉलेज, जोकि ऑटोनॉमस होने की क्षमता रखते हैं, उन्हें यूजीसी में आवेदन करना चाहिए. जिससे कि छात्र छात्राओं सहित विश्वविद्यालय को फायदा मिले.

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साथ ही कुलपति ने यह भी बताया कि विश्व जल स्तर पर कुछ ऐसी व्यवस्था है, जो कि छात्र छात्राओं के लिए नहीं हो पाती, लेकिन ऑटोनॉमस कॉलेजों द्वारा सभी व्यवस्था अच्छे से की जाती है. जिससे कि छात्र-छात्राओं को उसका फायदा मिलता है. कुलपति ने बताया कि जोधपुर सहित संभाग में अन्य ऐसे कॉलेज जो कि ऑटोनॉमस होने योग्य हैं, उन्हें ज्यादा से ज्यादा आवेदन करना चाहिए.

जोधपुर. नई शिक्षा नीति के अनुसार सरकार द्वारा ऑटोनॉमस कॉलेजों को बढ़ावा देने की बात की गई है. इसी कड़ी में जोधपुर की बात करें तो जोधपुर में सिर्फ एक ही कॉलेज ऑटोनॉमस है. जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय से संबंध लाचू मेमोरियल कॉलेज जोधपुर शहर में ऑटोनॉमस है. जिसमें लगभग 3000 से अधिक विद्यार्थी अध्यनरत हैं. जोधपुर के एकमात्र ऑटोनॉमस कॉलेज में इंजीनियरिंग, कंप्यूटर इंजीनियरिंग, बीबीए एमबीए, बीएससी, एमएससी, सहित सभी कोर्स करवाए जाते हैं.

क्या होता है ऑटोनॉमस कॉलेज?

जोधपुर के जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. पीसी त्रिवेदी ने बताया कि ऑटोनॉमस कॉलेज जोधपुर में एक ही है. वहीं ऐसे कॉलेज जो ऑटोनॉमस होने की क्षमता रखते हैं, उन्हें आवेदन करना चाहिए, जिससे विश्वविद्यालय सहित छात्र-छात्राओं को काफी फायदा मिलेगा. कुलपति ने बताया कि कॉलेज को ऑटोनॉमस करने के लिए यूजीसी में आवेदन किया जाता है, उसके पश्चात यूजीसी द्वारा एक टीम को संबंधित क्षेत्र में भेज कर कॉलेज में सभी व्यवस्थाओं की बारे में जांच की जाती है. उसके पश्चात यूजीसी ही तय करती है कि आवेदन किए गए कॉलेज को ऑटोनॉमस बनाया जा सकता है या नहीं.

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जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के कुलपति ने बताया कि जोधपुर जेएनवीयू विवि द्वारा ऑटोनॉमस कॉलेज को विश्वविद्यालय द्वारा सिर्फ डिग्री प्रदान की जाती है. उसके अलावा ऑटोनॉमस कॉलेज द्वारा अपने स्तर पर एग्जाम करवाना, शिक्षा देना, पेपर तैयार करना और अन्य सभी व्यवस्था कॉलेज द्वारा ही की जाती है. कुलपति ने बताया कि छात्र-छात्राओं को अच्छी शिक्षा के चलते ज्यादा से ज्यादा कॉलेज, जोकि ऑटोनॉमस होने की क्षमता रखते हैं, उन्हें यूजीसी में आवेदन करना चाहिए. जिससे कि छात्र छात्राओं सहित विश्वविद्यालय को फायदा मिले.

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साथ ही कुलपति ने यह भी बताया कि विश्व जल स्तर पर कुछ ऐसी व्यवस्था है, जो कि छात्र छात्राओं के लिए नहीं हो पाती, लेकिन ऑटोनॉमस कॉलेजों द्वारा सभी व्यवस्था अच्छे से की जाती है. जिससे कि छात्र-छात्राओं को उसका फायदा मिलता है. कुलपति ने बताया कि जोधपुर सहित संभाग में अन्य ऐसे कॉलेज जो कि ऑटोनॉमस होने योग्य हैं, उन्हें ज्यादा से ज्यादा आवेदन करना चाहिए.

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