जोधपुर. जोधपुर में पिछले 24 घंटे से कम समय में भारी बारिश का दौर (Heavy Rain in Jodhpur) दारी है. लगातार बारिश के आगे शहर की ड्रेनेज सिस्टम फेल साबित हो गई. शहर के हर गली-मोहल्ले में पानी भर गया, सभी नाले ओवर फ्लो हो गए. कलेक्टर ने मंगलवार को पूरे जिले में स्कूल की छुट्टी घोषित कर दी. सोमवार शाम से शुरू हुई बारिश का दौर अभी तक जारी है. इससे आमजन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
सोमवार सुबह वायुसेना में अग्निवीर भर्ती की परीक्षा देने आए कई अभ्यर्थी वंचित रह गए. सड़कों पर पानी भरे होने के कारण उन्हें परीक्षा केंद्र तक जाने के लिए साधन नहीं मिला. मौसम विभाग ने अगले तीन दिन तक जोधपुर में बारिश का पूर्वानुमान जारी किया हुआ है. मौसम विभाग के अनुसार सोमवार शाम से मंगलवार सुबह 11 बजे तक शहर में 122 एमएम बारिश हुई है. बीते एक दशक मे जुलाई माह में जोधपुर में इससे पहले सर्वाधिक बारिश तीन साल पहले 16 जुलाई को 24 घंटे 116.9 एमएम बारिश दर्ज की गई थी. जबकि 17 जुलाई 1943 को 194 एमएम बारिश दर्ज की गई थी.
हर तरफ परेशानी ही परेशानी: भारी बारिश के चलते हर वर्ग को काफी परेशानी हो रही है. वहीं सब्जी मंडी के व्यापारियों को सर्वाधिक नुकसान हुआ. देर रात को मंडी में सब्जियां आ गई, लेकिन आधी रात के बाद से शुरू हुई बारिश के चलते भदवासिया सब्जी मंडी में पानी भर गया. जिसके बाद सुबह तक सब्जियां सड़कों पर तैरने लगी. व्यापारियों ने बताया कि औसतन प्रत्येक व्यापारी को हजारों रुपये तक का नुकसान हुआ है. इसी तरह से रेल यात्रियों को भी परेशानी हुई. जैसलमेर और भोपाल एक्सप्रेस को रद्द कर दिया गया. साथ ही जयपुर से आने वाली इंटरसिटी को लंबे इंतजार के बाद जोधपुर कैंट स्टेशन पर ही खाली करवा दिया गया. इसी तरह से बनाड क्षेत्र में पानी भरने से आवागमन बाधित हुआ.
सडकें धंसी, बिजली गुल: लगातार बारिश होने से शहर के चौपासनी हाउसिंग बोर्ड, देवनगर, शास्त्रीनगर, एअरपोर्ट रोड पाल रोड पर कई जगह सडकें धंस गई. निगम के कर्मचारियों ने रेत व मलबा डालकर जगह-जगह हो रहे कटाव को भरा, लेकिन लोगों के लिए अभी भी परेशानी बनी हुई है. इसी तरह से कई जगहों पर पेड़ गिरने से बिजली गुल हो गई. फॉल्ट ठीक करने के लिए डिस्कॉम की टीमें फिल्ड में काम कर रही हैं.
कलेक्टर ने देखे हालात बोले सजग रहना होगा: जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने निगम के अधिकारियों के साथ शहर के हालात का जायजा लिया. निचली बस्तियों में भरे पानी को निकालने के लिए पंप लगाने के निर्देश दिए गए हैं. कलेक्टर ने बताया कि पानी धीरे-धीरे उतरना शुरू हुआ है. लेकिन बारिश को लेकर अभी भी लोगों को सजग रहना होगा. इसके अलावा जर्जर इमारतों में रहने वालों को वहां से हट जाना चाहिए क्योंकि कई जगह पर दिवारें गिर चुकी हैं. कलेक्टर के अलावा निगम की महापौर वनीता सेठ, विधायक मनीषा पंवार ने भी शहर के हालात का जायजा लिया.