जोधपुर. महात्मा गांधी अस्पताल के ऑर्थोपेडिक वार्ड में भर्ती मुकुल बोहरा जो मंगलवार सुबह (Victim Family on Jodhpur Violence) बाईजी का तालाब क्षेत्र से होकर जा रहा था, उस पर चार जनों ने हमला किया. उसके टांग पर लोहे के पाइप से वार किए, जिसके चलते तीन-चार फ्रैक्चर हो गए. बमुश्किल अपने आपको बचाकर घर पहुंचा और उसके बाद अस्पताल में भर्ती हो गया. ईदगाह में नमाज के बाद तो हालात और ज्यादा बिगड़ गए. जिसके चलते कई लोग घायल हो गए.
बुधवार को मीडिया से बात करते हुए पीड़ितों ने बताया कि सोमवार रात के हालात को भांप कर पुलिस का जाब्ता भीतरी शहर के संवेदनशील इलाकों में लगा दिया गया होता (Allegation of Administration Failure in Jodhpur Case) तो मंगलवार की घटनाओं से बचा जा सकता था. मंगलवार को तीन गंभीर घायल अस्पताल में भर्ती हुए. इनमें महात्मा गांधी अस्पताल के हड्डी वार्ड में मुकुल बोहरा एवं बर्न यूनिट में अमित भर्ती हैं. जबकि दीपक सिंह मथुरादास माथुर अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में भर्ती है. मुकुल बोहरा और दीपक सिंह की सर्जरी की गई है. मंगलवार को सबसे दर्दनाक घटना हुई, जिसमें बाइक पर बैठे हुए दीपक की पीठ में छुरा भोंका गया था. वह अपने भाई लोकेंद्र के साथ जा रहा था. उसके भाई ने बताया कि एक विशेष समुदाय के युवा भीड़ के साथ भीतरी श्हर में आने-जाने वाले लोगों को निशाना बना रहे थे.
हालात ऐसे थे कि पीठ में भोंका गया चाकू भी पीठ में रह गया था. अस्पताल में भी सर्जरी में तीन घंटे लगे थे. इसी तरह से एमजीएच में भर्ती (Many Injured in Jodhpur Violence) अमित पुरी के भाई का कहना था कि सुनारों के मोहल्ले में भीड़ आक्रोशित हो गई थी. उसका भाई बाइक के एक तरफ खड़ा था. इस दौरान एक बाइक में आग लगा दी गई और उसकी बाइक के पेट्रोल का ढक्कन खोल दिया, जिसकी वजह से इसमें भी आग लग गई और वह झुलस गया. उसके शरीर का 45 फीसदी हिस्सा झुलस गया. उसका उपचार एमजीएच बर्न यूनिट में चल रहा है. मुकुल बोहरा का साउंड काम है. मंगलवार सुबह पांच बजे जब घर लौटा तो गली में खड़े लड़कों ने उसके स्कूटर को तोड़ दिया. सरिए से उसकी टांग पर वार किए, कई जगह फ्रैक्चर हो गए.