जोधपुर. शुक्रवार शाम शहर के बीजेएस इलाके में हिट एंड रन मामले में मुआवजे की मांग को लेकर एमडीएम अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरनें पर बैठे पीड़ित परिवारों से मिलने सीएम गहलोत के बेटे वैभव गहलोत पहुंचे. वैभव गहलोत को सरकारी अधिकारी के व्यवहार की पीड़ितों ने शिकायत सुनानी चाही तो वैभव गहलोत को सहन नहीं हुआ. वे यह कहते हुए उठकर चले गए कि इनको बात तो करनी नहीं है.
खास बात यह है कि वैभव के साथ आई जोधपुर शहर विधायक मनीषा पंवार और लूनी विधायक महेंद्र विश्नोई भी बिना बोलें रवाना हो गए. जेडीए के पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र सिंह सोलंकी भी उनके साथ निकल गए. परिजनों ने बताया कि घटना के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. परिजनों की पीड़ित परिवार के लिए मुआवजा देने की मांग और नौकरी की मांग की है. इसको लेकर बात करने आए नायब तहसीलदार ने उनसे घटना के सबूत मांगे और सही व्यवहार नहीं किया. परिजन इसकी शिकायत मिलने आए विधायक और मुख्यमंत्री के पुत्र से कर रहे थे, लेकिन उन्होंने सुनी नहीं और वे बिना किसी प्रतिक्रिया के चले गए.
पढ़ें: अरुण जेटली पंचतत्व में विलीन, बेटे रोहन ने दी मुखाग्नि
परिजनों ने ऐलान किया कि या तो सरकार हमारी बात माने वरना हम आंदोलन करेंगे. गौरतलब है कि इस हिट एंड रन मामले में भील आदिवासी समाज की एक गर्भवती और उसके गर्भस्थ शिशु की मौत हो गई. जबकि एक अन्य गर्भवती के गर्भस्थ शिशु की भी मृत्यु हो गई. इसके अलावा एक युवती घायल हो गई थी.