जोधपुर. केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा सोमवार को मथुरा दास माथुर अस्पताल में एक परिजनों को ढांढस बांधते हुए बालाजी को याद करना और नारियल चढ़ाने की बात को मीडिया द्वारा खबर में तब्दील किए जाने से शेखावत काफी असंतुष्ट है. इतना ही नहीं शेखावत में मीडिया में यह बयान प्रकाशित होने के बाद शाम को कई ट्वीट कर अपनी सफाई पेश करते हुए लिखा कि मेरा उद्देश्य भावनाओं को संबल देना था और इसके अलावा बालाजी को नारियल चढ़ाना गलत बात नहीं है.
इधर इस बयान पर राजनीति भी शुरू हो गई है. आरसीए के अध्यक्ष एवं जोधपुर से लोकसभा चुनावों में प्रत्याशी रहे वैभव गहलोत ने मंगलवार को केन्द्रीय मंत्री और जोधपुर से सांसद गजेन्द्र सिंह शेखावत द्वारा मदद मांगने पर एक मरीज के परिजनों को असंवेदनशील जवाब देते हुए 'नारियल चढ़ाओ, ठीक हो जाएंगे' जैसा उत्तर देने के बयान की गहरी निंदा की है. गहलोत ने कहा कि जोधपुर की जनता ने बड़ी उम्मीद से उन्हें जिताया था.
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गहलोत ने कहा कि भारत सरकार में कैबिनेट मंत्री जैसे बड़े पदों पर बैठे होने के बावजूद शेखावत को चाहिए था कि कोविड से लड़ाई लड़ रहे प्रदेश की केंद्र से आर्थिक मदद करवाने में सहयोग करते, ऑक्सीजन, जीवन रक्षक दवाइयों की व्यवस्था में सहयोग करते तथा 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों को फ्री में वैक्सीन के लिए दिल्ली में आवाज उठाते. साथ ही जोधपुर के लिए विशेष व्यवस्था करवाने के बजाए, इस मुश्किल दौर में मदद मांगने पर लोगों का मजाक उड़ा रहे हैं. वैभव गहलोत ने कहा कि जोधपुर ही जनता अच्छे से भाजपा के इन नेताओं की कथनी और करनी को देख रही है. आने वाले समय में इनको करारा जवाब देगी.