जोधपुर. गृह मंत्री अमित शाह की सभा से एक दिन पहले जोधपुर में रेजिडेंसी रोड पर बीजेपी के बैनर झंडे हटाने पर हंगामा खड़ा हो गया. दरअसल, नगर निगम के कर्मचारियों ने विश्वविद्यालय के केंद्रीय कार्यालय के सामने लगे बैनर झंडे हटाने शुरू किए. लेकिन वहां से गुजर रहे बीजेपी नेता देवेंद्र सालेचा और नरेश सुराणा ने उनको ऐसा करते देखा और उन्हें रोका.
जिसके बाद मामले की सूचना पर बीजेपी जिलाध्यक्ष देवेंद्र जोशी और सूरसागर विधायक सूर्यकांता व्यास मौके पहुंचे. वहीं, कुछ ही देर में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता भी इकट्ठा हो गए. बीजेपी नेताओं ने निगम के अधिकारियों को फोन करके इसका विरोध जताया है. सूरसागर विधायक सूर्यकांता व्यास ने मामले की पड़ताल करते हुए कलेक्टर को फोन किया और पूछा क्या आपने झंडे उतारने का आदेश दिए हैं.
जिस पर कलेक्टर ने मना कर दिया. वहीं, व्यास ने नगर निगम के आयुक्त को भी फोन कर पूछ कि किसके आदेश पर झंडे हटाए गए हैं. इस दौरान सूर्यकांता व्यास ने फोन पर ही आयुक्त को लताड़ लगाई. उन्होंने बताया कि मैंने साफ तौर पर कह दिया है कि अगर झंडे वापस नहीं लगे तो शहर में लगे कांग्रेस के पोस्टर पर कालिख पोत दी जाएगी.
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हालांकि, विधायक की धमकी के बाद निगम बैकफुट पर आ गया और बीजेपी नेताओं को सूचना दी कि वह अपने झंडे वापस लगा ले. इसके बाद चौराहों पर फिर से भाजपा के कार्यकर्ताओं ने झंडे और बैनर टांग दिए. इससे पहले भाजपा के कार्यकर्ताओं ने रेजीडेंसी रोड से गांधी स्टैचू तक पैदल मार्च कर मानव श्रंखला बनाई.
बता दें कि शुक्रवार को अमित शाह के साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी जोधपुर में रहेंगे और सभा को संबोधित भी करेंगे. ऐसे में जहां कानूनी व्यवस्था को लेकर सतर्कता बरती जा रही है. वहीं, कई प्रकार के कयास भी लगाए जा रहे हैं.