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केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का तंज, कहा- अपनी कमियों को दूसरों पर थोपना 'वाह री गहलोत सरकार'

राजस्थान में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम पर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि कोई भी बड़े जनाधार वाला नेता किसी भी राजनीतिक दल में शामिल होना चाहे तो उसका स्वागत किया जाता है. इसके साथ ही उन्होंने सीएम अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि अपनी कमियों को दूसरों पर थोपना वाह री गहलोत सरकार.

Union Minister Gajendra Singh Shekhawat
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का तंज
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Published : Jul 14, 2020, 7:46 PM IST

जोधपुर. राजस्थान में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम पर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि कोई भी बड़े जनाधार वाला नेता किसी भी राजनीतिक दल में शामिल होना चाहे तो उसका स्वागत किया जाता है.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए शेखावत ने कहा कि पिछले छह महीनों से गहलोत इस योजना में अपनी रणनीति को अमलीजामा पहनाने में लगे हुए थे. उन्हें इस बात के लिए बधाई दी जा सकती है कि वह इस योजना में सफल हुए. मंगलवार को शेखावत ने कहा कि पिछले लंबे समय से जो यह फिल्म चल रही थी, उसके निर्माता-निर्देशक नायक लेखक एक ही व्यक्ति थे और वह थे अशोक गहलोत.

इस बारे में मैं पहले भी दो बार बोल चुका हूं कि मुख्यमंत्री किस योजना में लगे हुए हैं. उन्होंने कहा कि आजकल बॉलीवुड में ट्रेंड चल रहा है कि कोई फिल्म असफल होती दिखे तो उसे सफल बनाने के लिए उसके पीछे कई तरह के प्रोपेगेंडा क्रिएट किए जाते हैं. पिछले डेढ़ साल में कांग्रेस की सरकार हर क्षेत्र में जिस तरह से असफल हुई है, उसके बाद में उन्हें इस तरह के प्रोपेगेंडा चलाना ही था. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राजभवन से बाहर निकलने के बाद उनके चेहरे पर जो खुशी देखी जा रही थी कि वह अपनी योजना में सफल हुए, लेकिन उनकी इस सफलता की लोकतंत्र को बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है.

अल्पमत में सरकार बांटेगी मंत्री पद

शेखावत ने चुटकी लेते हुए कहा कि यह सरकार अल्पमत की सरकार है. अब अल्पमत की सरकार अपनी कुर्सी बचाने के लिए मंत्री पद से लेकर संसदीय सचिव की कितनी रेवड़िया बांटेगी. यह भविष्य का सवाल है, लेकिन इसकी कीमत किसी को चुकानी पड़ेगी तो वह है राजस्थान की जनता.

पढ़ेंः मंत्रिमंडल विस्तार से पहले विधानसभा में बहुमत साबित करें गहलोत : कटारिया

भाजपा पर दोषारोपण अनुचित

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गहलोत ने एक तीर से दो निशाने लगाने की कोशिश की थी. पहले निशाने में वह सफल होते हुए प्रतीत होते हैं, लेकिन आने वाले समय में वह सफलता कितनी सफल साबित होगी और कितनी स्थाई होगी या नहीं होगी, यह तो भविष्य बताएगा. लेकिन उनकी दूसरी योजना जो भाजपा और हमारे शीर्ष नेतृत्व पर हमला करने की है. वह उचित नहीं है. इस सबके लिए भाजपा पर दोषारोपण करना उचित नहीं है. मियां-बीवी के झगड़े में पंडित को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. यह बात में दो महीने से कह रहा हूं.

पढ़ेंः रमेश मीणा के बाद अब विश्वेंद्र सिंह का बयान, कहा- मुझे नहीं है मंत्री पद की चिंता

डोटासरा की नियुक्ति स्वाभिमानी राजस्थानी का तिरस्कार

प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाने पर केंद्रीय मंत्री ने सवाल उठाए. उन्होंने कहा, वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के इतिहास को अपमानित करने वाले गोविंद डोटासरा को कांग्रेस ने अपना अध्यक्ष बनाकर हर स्वाभिमानी राजस्थानी का तिरस्कार किया है.

गहलोत कर रहे जबर्दस्ती की बाड़ेबंदी

शेखावत ने सोशल मीडिया पर भारतीय ट्राइबल पार्टी के विधायक का वीडियो शेयर करते हुए कहा कि यह है गहलोत की जबर्दस्ती की बाड़ेबंदी है. विधायक को किस तरह से रोका गया है. होटल में भी विधायक जबरन बंद कर दिए गए हैं. शेखावत ने तंज कसा कि अपनी कमियों को दूसरों पर थोपना, चुने गए विधायकों को भेड़-बकरी समझना, और जब विद्रोह हुआ तो भाजपा जिम्मेवार, वाह री गहलोत सरकार.

जोधपुर. राजस्थान में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम पर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि कोई भी बड़े जनाधार वाला नेता किसी भी राजनीतिक दल में शामिल होना चाहे तो उसका स्वागत किया जाता है.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए शेखावत ने कहा कि पिछले छह महीनों से गहलोत इस योजना में अपनी रणनीति को अमलीजामा पहनाने में लगे हुए थे. उन्हें इस बात के लिए बधाई दी जा सकती है कि वह इस योजना में सफल हुए. मंगलवार को शेखावत ने कहा कि पिछले लंबे समय से जो यह फिल्म चल रही थी, उसके निर्माता-निर्देशक नायक लेखक एक ही व्यक्ति थे और वह थे अशोक गहलोत.

इस बारे में मैं पहले भी दो बार बोल चुका हूं कि मुख्यमंत्री किस योजना में लगे हुए हैं. उन्होंने कहा कि आजकल बॉलीवुड में ट्रेंड चल रहा है कि कोई फिल्म असफल होती दिखे तो उसे सफल बनाने के लिए उसके पीछे कई तरह के प्रोपेगेंडा क्रिएट किए जाते हैं. पिछले डेढ़ साल में कांग्रेस की सरकार हर क्षेत्र में जिस तरह से असफल हुई है, उसके बाद में उन्हें इस तरह के प्रोपेगेंडा चलाना ही था. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राजभवन से बाहर निकलने के बाद उनके चेहरे पर जो खुशी देखी जा रही थी कि वह अपनी योजना में सफल हुए, लेकिन उनकी इस सफलता की लोकतंत्र को बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है.

अल्पमत में सरकार बांटेगी मंत्री पद

शेखावत ने चुटकी लेते हुए कहा कि यह सरकार अल्पमत की सरकार है. अब अल्पमत की सरकार अपनी कुर्सी बचाने के लिए मंत्री पद से लेकर संसदीय सचिव की कितनी रेवड़िया बांटेगी. यह भविष्य का सवाल है, लेकिन इसकी कीमत किसी को चुकानी पड़ेगी तो वह है राजस्थान की जनता.

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भाजपा पर दोषारोपण अनुचित

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गहलोत ने एक तीर से दो निशाने लगाने की कोशिश की थी. पहले निशाने में वह सफल होते हुए प्रतीत होते हैं, लेकिन आने वाले समय में वह सफलता कितनी सफल साबित होगी और कितनी स्थाई होगी या नहीं होगी, यह तो भविष्य बताएगा. लेकिन उनकी दूसरी योजना जो भाजपा और हमारे शीर्ष नेतृत्व पर हमला करने की है. वह उचित नहीं है. इस सबके लिए भाजपा पर दोषारोपण करना उचित नहीं है. मियां-बीवी के झगड़े में पंडित को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. यह बात में दो महीने से कह रहा हूं.

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डोटासरा की नियुक्ति स्वाभिमानी राजस्थानी का तिरस्कार

प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाने पर केंद्रीय मंत्री ने सवाल उठाए. उन्होंने कहा, वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के इतिहास को अपमानित करने वाले गोविंद डोटासरा को कांग्रेस ने अपना अध्यक्ष बनाकर हर स्वाभिमानी राजस्थानी का तिरस्कार किया है.

गहलोत कर रहे जबर्दस्ती की बाड़ेबंदी

शेखावत ने सोशल मीडिया पर भारतीय ट्राइबल पार्टी के विधायक का वीडियो शेयर करते हुए कहा कि यह है गहलोत की जबर्दस्ती की बाड़ेबंदी है. विधायक को किस तरह से रोका गया है. होटल में भी विधायक जबरन बंद कर दिए गए हैं. शेखावत ने तंज कसा कि अपनी कमियों को दूसरों पर थोपना, चुने गए विधायकों को भेड़-बकरी समझना, और जब विद्रोह हुआ तो भाजपा जिम्मेवार, वाह री गहलोत सरकार.

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