जोधपुर. केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान सरकार द्वारा दसवीं कक्षा के पाठ्यक्रम में महाराणा प्रताप को लेकर भ्रामक तथ्य छापने की कड़ी आलोचना की है. शेखावत ने कहा कि राजस्थान शिक्षा विभाग द्वारा दसवीं कक्षा में महाराणा प्रताप, राणा उदय सिंह, मेवाड़ के राज परिवार और हल्दी घाटी के प्रति भ्रामक तथ्य छापकर मरुधरा के इतिहास का अपमान किया गया है. सरकार द्वारा पाठ्यक्रम में इस तरह के बदलाव अस्वीकार्य हैं.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत के समृद्ध इतिहास की अगर तथ्यों पर आधारित समीक्षा की जाए तो हमारे पूर्वजों की गौरव गाथाएं दुनिया में अद्वितीय होंगी. जहां धर्म, देश, अस्मिता और स्वाभिमान की रक्षा के लिए उन्होंने युद्ध भूमि में इतिहास रचे हैं. शेखावत ने कहा कि यह भारत का दुर्भाग्य रहा है कि हमारे ही सत्ताधारियों ने सत्ता लोभ में अपने ही इतिहास को समय-समय पर अपनों से छुपाया है. उनकी मंशा हमेशा किसी लालच में एक वर्ग विशेष को खुश करने की रही है. इतिहास और उससे जुड़े स्वाभिमान का महत्व उनके लिए कोई मायने नहीं रखता.
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यह भारत का दुर्भाग्य रहा है कि हमारे ही सत्ताधारियों ने सत्ता लोभ में अपने ही इतिहास को समय समय पर अपनों से छुपाया है। उनकी मंशा हमेशा किसी लालच में एक वर्ग विशेष को खुश करने की रही है। इतिहास और उससे जुड़े स्वाभिमान का महत्व उनके लिए कोई मायने नहीं रखता।#महाराणा_प्रताप
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— Gajendra Singh Shekhawat (@gssjodhpur) June 23, 2020
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गौरतलब है कि दसवीं कक्षा में नई किताब 'राजस्थान का इतिहास और संस्कृति' में महाराणा उदय सिंह और महाराणा प्रताप की शौर्य गाथाओं को बदला गया है. हल्दी घाटी के युद्ध में महाराणा प्रताप की हार को दर्शाया गया है, जो इतिहास के विरुद्ध है.