जोधपुर. कमिश्नरेट की जिला पश्चिम पुलिस ने शुक्रवार रात राजीव गांधी थाना पुलिस के जवानों पर फायरिंग के मामले में दो हार्डकोर अपराधियों को गिरफ्तार (Jodhpur Police arrested accused of firing) किया है. दोनों आरोपी पर पहले से कई मामले दर्ज हैं. मुख्य आरोपी हत्या के मामले में फरार चल रहा था.
उपायुक्त वंदिता राणा ने रविवार को बताया कि शुक्रवार रात को दो आरोपी गिरफ्तार किए हैं. दोनों शातिर हार्डकोर अपराधी हैं. फायर करने वाले पर 30 और उसके साथी पर 21 मामले दर्ज हैं. मुख्य आरोपी हत्या के आरोप में आजीवन कारवास की सजा भुगत रहा था. एक साल पहले मिली पैरोल के बाद से फरार चल रहा है. घटना के बाद एडीसीपी हरफूलसिंह व एसीपी प्रेमधनदे के नेतृत्व में बनाई टीम ने घटना के 12 घंटे में ही आरोपियों को पकड़ लिया.
चोरी करने की नियत से बैठे थे : शुक्रवार रात को राजीव गांधी थाना क्षेत्र में एक कार देख पुलिसकर्मी रूपसिंह व जालाराम नजदीक गए तो उसमें ओमप्रकाश सुथार बैठा था. वह साथी विष्णुगिरी का इंतजार कर रहा था. लेकिन विष्णु ने ज्यादा शराब पी ली थी, इसलिए वह उसके फोन का जवाब नहीं दे रहा था. पुलिस के सामने भी उसने फोन लगाए. जब कार में पेचकस व लोहे की रॉड देखी, तो पुलिस ने उसे थाने चलने को कहा, इतने में उसने पुलिस पर फायर कर दिया. पूछताछ में सामने आया कि विष्णु अपने साथी ओमप्रकाश चोरी करने की जगह बताने वाला था.
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पकड़ने गई पुलिस तो हथियार लहराया: रात करीब तीन बजे पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे. आरोपियों की तलाश की गई. इस दौरान दोनों एक घर में छिपे मिले. यहां भी पुलिस को देख ओमप्रकाश ने रिवाल्वर लहराई. इस पर राजीव गांधी थानाधिकारी अनिल यादव ने उसे जवाबी कार्रवाई करने की चेतावनी दी. एक बारगी फायरिंग की नौबत आ गई. तब ओमप्रकाश और विष्णु वहां से फिर भागने लगे, तो पुलिस उन्हें दबोच लिया.