जोधपुर. जिले सहित पूरे मारवाड़ में भाद्रपद का महीने लगते ही गुजरात, मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों से जातरुओं का आना शुरू हो जाता है. अलग अलग राज्यों से आने वाले जातरुओं की ओर से पहले जोधपुर के मसूरिया स्थित लोक देवता बाबा रामदेव के गुरु बालीनाथ जी की समाधि के दर्शन किये जाते हैं और फिर उसके बाद जैसलमेर के पोकरण स्थित रामदेवरा जाकर लोक देवता बाबा रामदेव की समाधि के दर्शन किये जाते हैं.
पिछले दो साल से कोरोना वैश्विक महामारी के चलते जोधपुर में बाबा रामदेव मेले का आयोजन नहीं किया जा रहा है. इस बार भी मंदिर समिति ने आदेश जारी करते हुए 7 सितंबर से 17 सितम्बर तक आयोजित होने वाले बाबा रामदेव मेले के आयोजन पर रोक लगा दी है. मंदिर समिति के अध्यक्ष नरेंद्र चौहान ने बताया की कोरोना की तीसरी लहर की सम्भावना को देखते हुए मंदिर समिति की ओर से यह फैसला लिया गया है. हालांकि, भाद्रपद सुदी बीज को मंदिर के लोगों सहित कुछ गणमान्य लोगों की ओर से महाआरती की जाएगी और ध्वजारोहण किया जायेगा. उसके अलावा अन्य आयोजनों पर पूरी तरह रोक रहेगी.
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मंदिर समिति के अध्यक्ष ने बताया की दूसरे राज्यों में कोरोना के मरीज वापस आते हुए दिखाई दे रहे हैं. इसे में जोधपुर शहर में भी दर्शन के लिए अलग अलग राज्यों से जातरू आ रहे हैं. ऐसे में भीड़ होने पर संक्रमण फैलने का ख़तरा है. ऐसे में मंदिर परिसर में किसी प्रकार की भीड़ नहीं की जाएगी और बाहर से आने वाले लोगों के लिए अलग से व्यवस्था की जाएगी और सोशल डिस्टेन्सिंग के तहत दर्शन करवाए जायेंगे. साथ ही अन्य लोगों के लिए महाआरती के ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था भी मंदिर प्रशासन की ओर से करवाई जाएगी.