जोधपुर- शनिवार देर रात शहर के सड़कों पर शहर छोड़ने के लिए लोगों का हुजूम निकल पड़ा. ये सभी लोग शहर के औद्योगिक क्षेत्र की फैक्ट्रियों में काम करने वाले मजदूर हैं. जो उत्तर प्रदेश और बिहार के रहने वाले हैं. पूरे देश से लोग अपने अपने घरों की ओर पलायन कर रहे हैं. मजदूरों को घर भेजने की चर्चा चल रही है, इस दौरान इनको लगा कि सरकार बसों से इनके राज्य तक भेजेगी. जिसके बाद बाद लोग सड़कों पर निकल पड़े.
जोधपुर के राईकाबाग स्टैंड तक इस लोगों के हुजूम नजर आ रहा था. पुलिस ने वहां भीड़ को सोशल डिस्टेंस के तहत दूर दूर बैठाया. रात को 4 बसें भी लगी लेकिन वो नाकाफी साबित हुई और भीड़ बढ़ती रही. घर के लिए निकले लोगों ने बताया कि वह जहां काम करते थे वह सब ठप हो चुका है. जहां रहते थे उसका किराया देने के लिए पैसे नहीं है खाना कहां से आएंगे. अगर घर पहुंच गए तो ठीक रहेगा.
वहीं अगर सरकार भेज दे तो बहुत बढ़िया नहीं तो पैदल ही निकल जाएंगे. भीड़ में ज्यादातर लोग उत्तर प्रदेश के सहारनपुर, गोरखपुर, लखनऊ के रहने वाले हैं. जो यहां मजदूरी करते थे. लेकिन अचानक लॉक डाउन हो जाने के वजह से इन सबकी आजीविका बंद हो गई.
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वहीं जिला प्रशासन ने बताया कि सरकार के निर्देश पर दूरदराज के क्षेत्रों से सड़कों से पैदल चलकर आए लोगों के लिए बसें लगाई गई थी. वहीं जो लोग देर रात अपने घरों से आ रहे हैं उनके लिए निर्देश मिलने पर कार्रवाई की जाएगी. रात में जिला कलेक्टर को सरकार से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से निर्देश मिलने के बाद बस स्टैंड से रोड़वेज बसों की रवानगी की गई.