जोधपुर. अगले साल फरवरी और मार्च में ग्राम पंचायत जिला परिषद और पंचायत समितियों के चुनाव प्रस्तावित है. इससे पहले जोधपुर जिला परिषद की अंतिम साधारण सभा आयोजित की गई. इस बैठक में जिला परिषद सदस्यों ने अपनी उपेक्षा का मुद्दा उठाया. सदस्यों का कहना था कि क्षेत्र में होने वाले विकास कार्यों की जानकारी उन्हें नहीं दी जाती है. विकास कार्यों के लोकार्पण समारोह की पट्टिका में उनका नाम नहीं होता है. जबकि सरकारी कर्मचारियों के नाम लिखे जा रहे हैं. इसे लेकर बैठक में जिला परिषद सदस्यों ने जोरदार आपत्ति दर्ज कराई.
वहीं एक सदस्य ने तो यहां तक कहा कि वे विद्यालय में लगी पट्टिका तोड़ भी देंगे. बैठक में जिला कलेक्टर ने संबंधित बीडीओ से जवाब भी दिलाया, लेकिन सदस्य इससे संतुष्ट नहीं हुए. इसके बाद कलेक्टर ने इस मामले में जांच करने के निर्देश भी दिए हैं. अंतिम बैठक में सदस्यों ने अपने-अपने क्षेत्र में निर्माण कार्यों की मांग के साथ ही स्कूलों में शौचालय की व्यवस्था सुधारने को लेकर भी चर्चा की. जिला कलेक्टर ने सरकारी स्कूलों में शौचालय की स्थिति और जहां शौचालय नहीं है और जहां उपलब्ध है उसके संचालन को लेकर भी एक पूरा सर्वे कर रिपोर्ट तलब की.
बैठक में जिला प्रमुख पूनाराम चौधरी, लूणी विधायक महेंद्र विश्नोई, भोपालगढ़ विधायक पुखराज गर्ग, जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित सहित सभी विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे. गौरतलब है कि जोधपुर जिला परिषद पर वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी का जिला प्रमुख है. फरवरी माह में होने वाले चुनाव में इस बार कांग्रेस पूरी मशक्कत से उतरेगी क्योंकि कांग्रेस के जिले में 6 विधायक हैं. ऐसे में आने वाले दिनों में जिला परिषद के माध्यम से होने वाले विकास कार्यों में भी इसका प्रभाव नजर आएगा.