जोधपुर. चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाना पुलिस ने फर्जी अधिकारी बनकर ऑनलाइन ठगी करने वाली गैंग के मास्टर माइंड विदेशी युवक को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है. पुलिस ने इस मामले में दिल्ली से युगांडा के पैट्रिक को गिरफ्तार किया है. मुंबई से गिरफ्तार आरोपी पैट्रिक के संपर्क में थे. उनके द्वारा पैट्रिक के खाते में रुपए भी ट्रांसफर होने के सबूत मिले हैं. पुलिस को अंदेशा है कि इस मामले में और भी विदेशी शामिल हैं, जो भारतीयों के सहयोग से इस तरह की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं.
उपनिरीक्षक हिंगलाजदान ने बताया कि मुंबई से गिरफ्तार किए आरोपी शिफा के पैट्रिक संपर्क में था. वह उसके निर्देश पर ही काम कर रही थी. पैट्रिक खाते उपलब्ध करवाता था, जिसमें रुपए ट्रांसफर होते थे. इसके अलावा विदेश के नाम पर होने वाली औपाचारिकताओं को लेकर वह काम करता था. पुलिस ने शिफा, साहिन व गणेश फिरंगी से हुई पूछताछ के बाद उसकी लोकेशन व कॉल डिटेल के माध्यम से पैट्रिक तक पहुंचने में कामयाबी हासिल की है.
यह ठगी का तरीका...
फेसबुक पर खासकर महिलाओं से विदेशी होने के नाम पर दोस्ती करते हैं. इसके बाद उनसे संपर्क कर उन्हें कहा जाता है कि वे कुछ कीमती सामान सस्ते दामों पर भेजेंगे. जिसके झांसे में लोग आ जाते हैं. इसके बाद वे कस्टम क्लिरियेंस के नाम पर जाली नंबरों से कॉल कर बतौर टैक्स राशि जमा करवाते हैं. इसके बाद दूसरे नंबरों से फोन करते हैं कि जो रुपए आपने जमा करवाए हैं वो गैरकानूनी पार्सल हैं, जिसके तहत आपको जेल हो सकती है.
इस दौरान रिजर्व बैंक के फर्जी मेल बनाकर भेजते हैं. जिससे लोग डर जाएं. इसके बाद कस्टम के अधिकारी बनकर कार्रवाई के लिए धमकाते हैं और बचने के लिए अलग अलग खातों में रुपए जमा करवाते हैं. जोधपुर की आकांक्षा जैन से इस गिरोह ने 16.26 लाख की ठगी की थी. जिसकी रिपोर्ट आने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पूरी गैंग को पकड़ा है.