जोधपुर. 5 सितंबर को एक तरफ जहां शिक्षक दिवस पूरे देश में मनाया जा रहा है. स्कूल और कॉलेज बंद होने के बावजूद लोग सोशल मीडिया पर अपने शिक्षकों को याद कर उनका आशीर्वाद ले रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ जोधपुर में एक शिक्षक अपनी जिंदगी की जंग हार गया. नाथों की ढाणी का एका भाटियान उच्च प्राथमिक विद्यालय में मगाराम पिछले 30 साल से शिक्षाकर्मी के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे थे. शनिवार को ड्यूटी से वापस लौटते समय अज्ञात वाहन ने मोखेरी फलोदी हाईवे पर उन्हें कुचल दिया.
शिक्षक मगाराम को गंभीर अवस्था में जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल में भर्ती करवाया गया, लेकिन इलाज के दौरान मगाराम अपनी जिंदगी की जंग हार गए और उनकी मौत हो गई. मगाराम शिक्षाकर्मी हैं और न्यूनतम वेतन पर पिछले लंबे समय से बच्चों को शिक्षित करने का काम कर रहे थे. हादसे के बाद इलाके के शिक्षकों को जब यह सूचना मिली तो शोक की लहर दौड़ गई. साथ ही बड़ी संख्या में शिक्षकर्मी मथुरादास माथुर अस्पताल पहुंचे और श्रद्धांजलि दी.
पढ़ें- चूरूः कार चालक ने बाइक सवार युवक को मारी टक्कर, मौत
वहीं अस्पताल पहुंचे शिक्षाकर्मियों में काफी रोष देखा गया. पैराटीचर यूनियन की महिला प्रदेशाध्यक्ष कमला चौधरी ने बताया कि मगाराम की मौत डयूटी पर रहने के दौरान हुई है, जिसके चलते राजस्थान सरकार को उनके परिवार को आर्थिक सहायता देनी चाहिए. साथ ही मगाराम पिछले लंबे समय से न्यूनतम वेतन पर काम कर रहे थे, जिसके चलते अन्य शिक्षकों की तरह उन्हें सभी लाभ भी मिलने चाहिए.