जोधपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृहनगर के सरकारी कार्यालयों में अधिकारी और कर्मचारी कितने आते हैं इसकी पोल बुधवार को खुल गई. जहां प्रशासनिक सुधार विभाग की टीम (Surprise inspection of Administrative Reforms Commission) ने सुबह शहर के विभिन्न सराकीर कार्यालयों पर धावा बोल दिया और दर्जनों उपस्थिति पंजिकाएं जब्त की. जिसमें बड़ी संख्या में राजपत्रित अधिकारी और कर्मचारी नदारद मिले. वहीं नगर निगम में तो राजपत्रित अधिकारियों की पंजिका इस टीम को नहीं दी गई.
प्रशासनिक सुधार विभाग के शासन उप सचिव भंवर सिंह सोलंकी के नेतृत्व में बुधवार को चार सदस्यों का विशेष दल जोधपुर पहुंचा. जहां उन्होंने करीब 93 सरकारी कार्यालयों की उपस्थिति पंजिकाएं जब्त की. इनका विश्लेषण करने के बाद विभाग की ओर से बताया गया कि जब्त की उपस्थिति पंजिकाओं में 343 राजपत्रित अधिकारियों में से 205 अनुपस्थित पाए गए. वहीं 1102 अराजपत्रित कर्मचारियों में 470 अनुपस्थित पाए गए. इनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए अनुशंसा की जाएगी.
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जेडीए के 49 में से 40 अधिकारी अनुपस्थित मिले
प्रदेश के सरकारी कार्यालयों में कार्यसमय सुबह 9 से शाम 6 बजे तक का है. बुधवार को हुई औचक जांच में जोधपुर विकास प्राधिकरण में 49 में 40 अधिकारी अनुपस्थित मिले, जबकि 120 कर्मचारियों में 74 अनुपस्थित थे. इसी तरह से नगर निगम में अराजपत्रित कर्मचारियों की पंजिका में 151 में से 122 अनुपस्थित थे. इसी तरह से एमडीएम अस्पताल में राजपत्रित अधिकारी 178 में से 85 अनुपस्थित मिले. वहीं 436 अराजपत्रित कर्मचारियों में 123 अनुपस्थित पाए गए.