जोधपुर. मानसून के साथ ही जिले के किसानों ने अपने खेतों में बुवाई की तैयारियां कर ली है. जहां-जहां बारिश हुई है, वहां-वहां बुवाई भी हो गई है. लेकिन जिले के बड़े हिस्से में अभी तक अच्छी बारिश का किसानों को इंतजार है. दूसरी तरफ खाद बीज की उपलब्धता की बात करें तो जिले के अधिकारियों के मुताबिक अभी पूरी तरह की उपलब्धता है. कहीं पर भी मारामारी की स्थिति नहीं है. इसकी वजह है बारिश का नहीं होना.
जिला कृषि अधिकारी द्विवेदी के अनुसार वर्तमान में कृषि विभाग के साथ-साथ राष्ट्रीय बीज निगम, कृषि अनुसंधान केंद्र सहित अन्य सरकारी संस्थानों में बाजरा और मूंग का बीज उपलब्ध है. इसके अलावा को-ऑपरेटिव सोसाइटी भी खाद बीज का वितरण कर रही है. सरकारी बाजरा का बीज 60 से 70 रुपए किलो उपलब्ध है. जबकि निजी क्षेत्र में यह भाव 150 रुपए से अधिक है.
कृषि अधिकारी के मुताबिक सरकारी बीज प्राप्त करने के लिए कृषि पर्यवेक्षक से एक परमिट किसान को प्राप्त करना होता है. इस परमिट के लिए किसान के नाम की जमीन की जमाबंदी और आधार कार्ड देना होता है. जहां उसको मौके पर ही अनुदान सहित सस्ता बीज उपलब्ध कराया जा रहा है. वहीं को-ऑपरेटिव मार्केटिंग के प्रबंधक सुनील वीरभान के मुताबिक अभी तक 1000 क्विंटल से अधिक बीज का वितरण हो चुका है और अभी भी जिले के उपखंड मुख्यालय के अलावा जिला मुख्यालय पर पर्याप्त मात्रा में खाद बीज उपलब्ध है.
गौरतलब है कि जोधपुर जिले में अभी मानसून की औसत बारिश भी नहीं हुई है. जुलाई के अंतिम सप्ताह तक अच्छी बारिश की उम्मीद है. उसके बाद खाद बीज की बिक्री व खपत में बढ़ोतरी होती है. उस समय ही सरकारी व्यवस्थाओं के दावों की सच्चाई सामने आएगी.