जोधपुर. कभी एनएसयूआई से टिकट के प्रबल दावेदार रहे एसएफआई के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी अरविंद सिंह भाटी ने शुक्रवार को खुलकर (Serious Allegation of SFI Candidate) आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के पुत्र वैभव गहलोत के इशारे पर सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया गया. भाटी ने यहां तक कहा कि वैभव गहलोत छात्र संघ चुनाव में सिर्फ कुछ लोगों को साथ लेकर चलना चाह रहे थे, जबकि उनकी संसदीय क्षेत्र में सभी समाज और अन्य जाति के लोग भी रहते हैं.
उनके युवाओं का सहयोग उनको नहीं चाहिए. भाटी ने कहा कि वैभव गहलोत की प्रतिष्ठा बचाने के लिए पूरा फर्जीवाड़ा किया गया. प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाटी ने कहा कि कॉमर्स फैकल्टी का मतदान केंद्र जानबूझ कर बदला गया. हमने लगातार शिकायत की, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई. कई विद्यार्थियों के आइडेंटी कार्ड फाड़ दिए गए. जानबूझकर आइडेंटिटी कार्ड के साथ आधार कार्ड मांगे जाना लगा. यह एक सोची समझी व्यवस्था थी, जिसमें सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया गया.
कांग्रेस से जुड़े हुए कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वालों को ड्यूटी पर लगाया गया. फर्जी वोटिंग रोकने के लिए लिखित शिकायत दी. अरविंद सिंह भाटी ने आरोप लगाया कि न्यू कैम्पस में मेरे सामने एनएसयूआई के चेतन ग्वाला और रामचंद्र जलवानिया ने गेट पर खड़े होकर मतदाताओं को प्रभावित किया. छह नंबर बूथ पर पूर्व छात्रसंघ सुनील चौधरी फोन लेकर अंदर बैठ थे. लेकिन पुलिस ने उन्हें नहीं रोका. एक घंटे तक किसी भी पुलिस अधिकारी ने बाहर नहीं निकाला. सुबह साढ़े आठ से दस बजे तक जिस आईडी कार्ड पर सिंह लिखा उनके कार्ड छीन लिए गए, पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की.
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न्यू कैम्पस में एक बजे बाद चालीस छात्रों के डाले हुए वोट वापस देने आ गए. बमुश्किल टेंडर वोट (Vaibhav Gehlot Name in Jodhpur) डालने के लिए राजी हुए. यहां तीन बजे तक वोटिंग करवाई गई. अरविंद सिंह ने कहा कि कल परिणाम कुछ भी हो, लेकिन आज जो गलत हुआ है वह जनता के सामने आना जरूरी है. न्यू वर्तमान छात्रसंघ अध्यक्ष अरविंद भाटी ने कहा कि स्ट्रॉन्ग रूम में रखी मतपेटियों में गड़बड़झाला हो सकता है. इसलिए हम पूरी रात वहां पर पहरा देंगे.