जोधपुर. कोरोना संक्रमण और ग्रीष्मकालीन अवकाश के कारण स्कूलों का ताला सोमवार से खोल दिया गया, लेकिन स्कूलों में सरकार के आदेश अनुसार बच्चों को नहीं बुलाया गया. नया शैक्षणिक सत्र सोमवार से शुरू हो गया और वैश्विक महामारी और संक्रमण को देखते हुए विद्यार्थियों को स्कूल से दूर ही रखा गया है.
शिक्षा विभाग की गाइड लाइन के अनुसार फिलहाल 50 फीसदी कार्मिकों को ही रोटेशन के आधार पर स्कूल आने के आदेश जारी किए गए हैं. निजी और सरकारी विद्यालयों के संस्था प्रधान को अपने स्तर पर ही व्यवस्था करनी होगी. शिक्षा विभाग की ओर से जारी किए गए आदेश के अनुसार आधे स्टाफ को ही स्कूल में बुलाया जाएगा. साथ ही अन्य स्टाफ फील्ड से ही अपना कार्य करेंगे.
जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक भल्लू राम ने बताया कि शिक्षा विभाग की ओर से जारी की गई गाइडलाइन के अनुसार सभी निजी और सरकारी विद्यालयों को खोलने के आदेश दिए है. सरकारी विद्यालयों में 50% तक की स्टाफ को आने के लिए पाबंद किया गया है. अन्य 50% स्टॉफ फील्ड में काम करेंगे. उन्हें फील्ड में घूम कर नए प्रवेश लेने वाले बच्चों को सरकारी विद्यालयों में प्रवेश दिलाने के लिए अभिभावकों को जागरूक करना होगा.
वहीं, वर्तमान समय में प्रदेश सरकार की ओर से "आओ घर में सीखे" अभियान चलाया जाएगा जिसके तहत 19 जून से 50% शिक्षक फील्ड में रहेंगे और इस अभियान के तहत सोशल मीडिया ग्रुप बनाया जाएगा और वह लोग अभिभावकों से संपर्क साध उन्हें इस अभियान की जानकारी देंगे.
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इस अभियान के तहत सभी छात्र छात्राओं को निशुल्क पुस्तकों का भी वितरण किया जाएगा और पाठ्य सामग्री सहित किस तरह से घर पर पढ़ाई करनी है उस बारे में जानकारी दी जाएगी.
जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक ने बताया कि शिक्षा विभाग की ओर से जारी किए गए आदेश के बाद सभी निजी और सरकारी विद्यालयों के संस्था प्रधान और प्रधानाचार्य को अवगत करा दिया गया है और शिक्षा विभाग की ओर से जारी किए गए नियमों की सख्ती से पालना करने के लिए भी निर्देश दिए हैं.