जोधपुर/पोकरण. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने रविवार को अपने स्थगित की गई पोकरण से रामदेवरा की पैदल यात्रा (Satish Poonia Walking Tour) आखिरकार कर ही ली. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को जोधपुर एयरपोर्ट से विदा करने के बाद कुछ देर रुके और उसके बाद सीधे पोकरण के लिए रवाना हो गए और पोकरण में जाज्वला माता के दर्शन करने के बाद उन्होंने अपनी यात्रा शुरू कर दी. इसके लिए उन्होंने किसी को सूचना नहीं दी. अकेले ही भरी दोपहर में माथे पर गमछा बांध कर चल पड़े.
जानकारी मिलने पर पोकरण से भाजपा के प्रत्याशी रहे तारातरा मठ के महंत प्रताप पुरी व पूर्व विधायक शैतान सिंह समेत कुछ लोग उनके काफिले में शामिल हुए. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पूनिया ने पोकरण से रामदेवरा करीब 12 किलोमीटर की 3 घंटे में पैदल यात्रा कर 4:00 बजे रामदेवरा पहुंच कर बाबा रामदेव की समाधि के दर्शन कर प्रदेश व भाजपा परिवार के खुशहाली की मनोकामना की. पैदल यात्रा के दौरान पूनिया ने कहा कि लोक देवता का आज भी चमत्कार है. बाबा के बुलावे पर ही दर्शन होते हैं. आज बाबा का आदेश हुआ तो दर्शन हो गए.
अकेले चलता देख लोग हुए आश्चर्यचकित : भारी गर्मी में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर सतीश पूनिया बिना किसी (Satish Pooniya Alone on Ramdevra Padyatra) पूर्व सूचना के अचानक दोपहर 01:00 बजे शक्ति स्थल पोकरण से भक्ति स्थल रामदेवरा के लिए हाथ में बाबा का झंडा थामे, जयकारे लगाते हुए पैदल यात्रा पर निकले तो उन्हे देख राहगीर व स्थानीय जन आश्चर्य में पड़ गए. प्रदेश अध्यक्ष पूनिया बिना किसी लाव लश्कर और लवाजमें के आमजन की तरह अकेले ही चले जा रहे थे.
महा सम्मेलन के सफल आयोजन ने दी शक्ति : पैदल यात्रा के दौरान प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर पूनिया ने कहा कि मेरी काफी समय से रामदेव जी के समाधि स्थल रामदेवरा में पैदल चलकर बाबा के दरबार में पूजा-अर्चना करने की इच्छा थी. बाबा के दरबार में मत्था टेक प्रदेश की खुशहाली व पार्टी को अजेय व अभेद्य बनाने के लिए काफी समय से मंशा थी. पूर्व में कार्यक्रम भी बना था, लेकिन गृह मंत्री आदरणीय अमित शाह जी की यात्रा के दौरान पैदल यात्रा को टाल दिया गया. शनिवार को जोधपुर संभाग का बूथ अध्यक्ष संकल्प महासम्मेलन अमित शाह के सानिध्य में ऐतिहासिक रूप से सफल हुआ तो पैदल जाने की ठानी.
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यात्रा कर पूनिया ने दिया जीवटता का संदेश : सामान्यत राजनेता यात्राओं के दौरान सियासी ताकत भी दिखाते हैं. पूर्व में 6 सितंबर को प्रस्तावित यात्रा भी इसी तरह का आयोजन था, जिसमें उनके साथ केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और कैलाश चौधरी को भी शामिल होना था. लेकिन ऐन वक्त पर यात्रा स्थगित कर दी गई. इसके बाद कई सवाल खड़े हुए, लेकिन रविवार को पूनिया ने खुद ही बिना तामझाम के लो-प्रोफाइल के साथ गर्मी में यात्रा कर खुद की मजबूत और जीवटता दिखाई, साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं को संदेश दिया कि वे धुन के पक्के और अगर सच्चे मन से तय की गई वचनबद्धता निभाई जा सकती है.
कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को बिना सूचना दिए अपनी निजी यात्रा पर पहुंचे थे पोकरण : दरअसल, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया अपनी निर्धारित पदयात्रा से 5 दिन बाद श्राध्य माह में कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को बिना सूचना दिए अपनी निजी यात्रा करने पहले पोकरण पहुंचे थे. जिसके बाद यहां जाज्वला माता मंदिर से रूणीचा नगरी रामदेवरा तक की पदयात्रा शुरू की.