जोधपुर. नीट की पीजी काउंसलिंग (Neet pg counseling) में हो रही देरी के विरोध में प्रदेश भर के मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर्स आंदोलन (Resident doctors agitation) की राह पर हैं. काउंसलिंग में देरी के चलते रेजिडेंट डॉक्टर्स पर काम का बोझ तो बढ़ ही रहा है, उनके सीखने का समय भी व्यर्थ हो रहा है. इसके चलते रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के प्रदेश व्यापी आह्वान पर यह डॉक्टर्स आंदोलन पर जा रहे हैं.
इसके तहत डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज (Dr. SN Medical College Latest News) के अस्पतालों में 28 नंवबर को रेजिडेंट डॉक्टर्स ओपीडी में सेवाएं नहीं देंगे. 29 नवंबर से सिर्फ इमरजेंसी व लेबररूम में सेवाएं दी जाएगी. यह क्रम अनिश्चितकालीन तक चलेगा. इसकी सूचना मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को भी दे दी है.
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जोधपुर एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स (Jodhpur Resident Doctors Association news) के अध्यक्ष डॉ. संदीप देवात ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने अब नीट पीजी काउंसिलंग की सुनवाई 6 जनवरी (Neet pg counseling in Supreme court) तय की है. जबकि परिणाम आए हुए लंबा समय हो गया है. केंद्र सरकार की देरी के चलते रेजिडेंट डॉक्टर्स की परेशानी बढ़ गई है. मेडिकल कॉलेजों को नए रेजिडेंट मिलने में एक साल की देरी हो चुकी है जिससे सेकंड इयर व फाइनल ईयर के रेजिडेंट डॉक्टर्स सफर हो रहे हैं. उन्हें सारे काम करने पड रहे हैं.
गौरतलब है कि इस वर्ष जनवरी में नीट पीजी प्रस्तावित थी, लेकिन यह परीक्षा सितंबर में हुई जिसका परिणाम आ गया. काउंसलिंग की नई पालिसी के चलते अब सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी. जहां अब 6 जनवरी को सुनवाई है. रेजिडेंट डॉक्टर्स का कहना है कि सरकार के पास पूरा समय था सुप्रीम कोर्ट में जवाब देने के लिए लेकिन इसमें देरी की गई जिसका खामियाजा उन्हें उठाना पड़ रहा है.