जयपुर. बीते करीब 6 सालों से प्रदेश के खिलाड़ियों की रुकी हुई अनुदान राशि खेल परिषद की ओर से जारी कर दी (Release of grant amount of players) गई है. खेल विभाग खिलाड़ियों को अनुदान राशि देने के लिए एसएमएस स्टेडियम में विशेष कैंप लगाया है. खेल विभाग खेल परिषद के अधीन होने वाली खेल प्रतियोगिताओं के फार्म खिलाड़ी अब ऑनलाइन खिलाड़ी भर सकेंगे. जिसके लिए खेल विभाग वेबसाइट तैयार कर रहा है.
खेल परिषद के मुख्य खेल अधिकारी वीरेंद्र पूनिया का कहना है कि करीब 10 हजार खिलाड़ियों के अनुदान फार्म वर्ष 2016 यानी 6 साल से अटके हुए थे. इसके बाद खेल परिषद के चेयरमैन डॉ कृष्णा पूनिया के निर्देश के बाद खिलाड़ियों की रुकी हुई अनुदान राशि जारी करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं. इसके लिए सवाई मानसिंह स्टेडियम में विशेष कैंप भी लगाया गया है. इसके लिए 20 लोगों की एक विशेष कमेटी भी बनाई गई है. जो अनुदान से जुड़ी व्यवस्था को देख रही है. वीरेंद्र पूनिया का कहना है कि बीते कुछ समय से अनुदान से जुड़ी लंबी पेंडेंसी चल रही थी. लेकिन अब चेयरमैन कृष्णा पूनिया के निर्देश के बाद पेंडेंसी खत्म करने के निर्देश दिए गए हैं और दिसंबर वर्ष 2021 तक की तमाम पेंडेंसी को आने वाले 1 से 2 महीने में खत्म कर दिया जाएगा.
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इसके अलावा कोई खिलाड़ी अनुदान राशि से वंचित नहीं रहे इसको लेकर भी विशेष व्यवस्था की गई है और सभी खिलाड़ियों को टेलीफोन के माध्यम से अवगत भी करवाया गया है. ताकि अनुदान से जुड़ी कोई भी पेंडेंसी ना रहे. इसके अलावा सभी जिलों के खेल अधिकारियों और कोच को भी इस बारे में निर्देश जारी किए गए हैं कि जिन खिलाड़ियों ने अनुदान से जुड़ा फॉर्म भरा है वह जल्द से जल्द खेल परिषद से संपर्क करें.
ऑनलाइन प्रक्रिया जल्द शुरू: खेल विभाग की ओर से आगामी खेल प्रतियोगिताओं को लेकर खिलाड़ी अब ऑनलाइन माध्यम से फॉर्म भर सकेंगे. खेल परिषद के स्पोर्ट्स मैनेजर नरेंद्र भूरिया ने बताया कि परिषद के चेयरमैन कृष्णा पूनिया ने निर्देश देते हुए कहा है कि जनवरी वर्ष 2022 के बाद जितनी भी खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा, उनके फार्म खिलाड़ी ऑनलाइन भर सकेंगे और इसके लिए खेल परिषद की ओर से एक वेबसाइट भी तैयार करवाई जा रही है. भूरिया का कहना है कि वेबसाइट लगभग पूर्ण रुप से तैयार और जल्द ही इसे लॉन्च किया जाएगा. ऑनलाइन प्रक्रिया होने के बाद अब खिलाड़ियों को बार-बार स्टेडियम के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे.