जोधपुर. जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के 18वें दीक्षांत समारोह में हुए हंगामे (Rucks in JNVU Convocation case) के बाद निलंबित हुए रातानाड़ा थानाधिकारी मूलसिंह भाटी के समर्थन में राजपूत समाज आगे आया है. सोमवार को राजपूत समाज के लोगों ने पुलिस कमिश्नर नवज्योति गोगई से मुलाकात कर अपनी मांग से अवगत करवाया.
मारवाड़ राजपूत महासभा के तत्वावधान में शेरगढ़ विधायक मीना कंवर, पूर्व राज्यसभा सांसद नारायणसिंह माणकलाव, महासभा के अध्यक्ष हनुमानसिंह खांगटा और पीसीसी सदस्य उमेद सिंह ने पुलिस कमिश्नर से मूलसिंह भाटी को बहाल करने की मांग की है. समाज के लोगों का कहना है कि प्रजातंत्र में सभी को अपनी बात रखने के लिए प्रदर्शन करने का अधिकार है.
लेकिन उस दिन संवादहीनता के चलते प्रदर्शन उग्र हो गया था. जाप्ता भी देरी से पहुंचा था. थानाधिकारी ने अपना पूरा प्रयास किया था लेकिन इसके बावजूद पुलिसकर्मी को निलंबित किया गया जो सही नहीं है. इसलिए मूलसिंह भाटी को बहाल किया जाए.
प्रदर्शन के दौरान छात्रनेता रविंद्र सिंह भाटी और पेंशनर्स कर्मचारियों के प्रतिनिधि मोहनसिंह ने वीसी को काले झंडे दिखाते हुए नारेबाजी की थी. इस दौरान इस वर्चुअल समारेाह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी जुडे़ हुए थे. जिसके बाद पुलिस कमिश्नर ने इसके लिए रातानाडा थानाधिकारी मूलसिंह भाटी को जिम्मेदार मानते हुए निलंबित कर दिया. भाटी पर दोष लगाया गया कि वह देरी से मौके पर पहुंचे थे. इस मामले में छात्रनेता व कर्मचारी नेताओं सहित पांच जनों को राजकार्य में बाधा सहित अन्य आरोपों में गिरफ्तार किया गया था.