ETV Bharat / city

मोदी सरकार पर क्यों भड़के जोधपुर के दाल व्यापारी, खुद सुनिये... - मंडोर मंडी जोधपुर

केंद्र सरकार (Central Government) के दालों की स्टॉक लिमिट (Stock Limit) तय करने के विरोध में जोधपुर के मंडोर मंडी के दाल व्यापारियों ने आज मंगलवार को अपने प्रतिष्ठान बंद रखे. व्यापारियों का कहना है कि केंद्र सरकार की स्टॉक लिमिट का कानून गलत है.

pulse traders protest
दाल व्यापारियों का विरोध...
author img

By

Published : Jul 6, 2021, 1:22 PM IST

जोधपुर. केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ जोधपुर में व्यापारियों ने हल्ला बोल दिया. दालों की स्टॉक लिमिट (Stock Limit) तय करने के विरोध में जोधपुर के मंडोर मंडी के दाल व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे. उनका कहना है कि ये कानून गलत है, इससे बाजार में महंगाई बढ़ेगी.

उन्होंने कहा कि जब व्यापारी खरीद नहीं करेगा तो बाजार में उसकी उपलब्धता नहीं होने से भावों में तेजी आएगी. व्यापारियों ने बताया कि केंद्र सरकार ने यह तय किया था कि अगर समर्थन मूल्य से 50 फीसदी अधिक भाव होते तो दालों की स्टॉक लिमिट तय होगी. लेकिन वर्तमान में बाजार में दालों के भाव समर्थन मूल्य से भी कम हैं.

दाल व्यापारियों का विरोध...

यहां तक कि सरकार ने जो दालें महंगे दाम पर खरीद की थी वह भी अब सस्ता बेच रही है. इसका नुकसान भी व्यापारियों को उठाना पड़ रहा है. बाल व्यवसाय से जुड़े लोगों ने यह भी बताया कि सरकार ने प्रत्येक व्यापारी के लिए 200 टन का स्टॉक निर्धारित (Stock Limit) किया है, जबकि दालों की किस्में 10 से ज्यादा हैं. अधिकतम एक दाल के लिए 100 टन का स्टॉक किया जा सकता है.

पढ़ें : नई दुकान के मुहुर्त में व्यस्त था दूल्हा, पीछे से लुटेरी दुल्हन गहने लेकर प्रेमी संग भागी

इससे भंडारण की व्यवस्था गड़बड़ा जाएगी, जिसका असर बाजार पर पड़ेगा. जब व्यापारी दाल का स्टॉक कम रखेगा तो बाजार में दाल के भाव बढ़ना तय है. व्यापारियों ने कहा कि हम सरकार की इस नीति (Government Policy) का घोर विरोध करते हैं और करते रहेंगे. इसको लेकर बुधवार को भी दाल व्यवसाय से जुड़ी दुकानें बंद रहेंगी. उल्लेखनीय है कि जोधपुर की मंडोर मंडी में करीब 7 से 70 साल के बड़े स्टॉकिस्ट हैं, जो पूरे जिले में दाल आपूर्ति करते हैं. यहां प्रतिदिन 200 से 300 टन दाल की खपत होती है.

जोधपुर. केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ जोधपुर में व्यापारियों ने हल्ला बोल दिया. दालों की स्टॉक लिमिट (Stock Limit) तय करने के विरोध में जोधपुर के मंडोर मंडी के दाल व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे. उनका कहना है कि ये कानून गलत है, इससे बाजार में महंगाई बढ़ेगी.

उन्होंने कहा कि जब व्यापारी खरीद नहीं करेगा तो बाजार में उसकी उपलब्धता नहीं होने से भावों में तेजी आएगी. व्यापारियों ने बताया कि केंद्र सरकार ने यह तय किया था कि अगर समर्थन मूल्य से 50 फीसदी अधिक भाव होते तो दालों की स्टॉक लिमिट तय होगी. लेकिन वर्तमान में बाजार में दालों के भाव समर्थन मूल्य से भी कम हैं.

दाल व्यापारियों का विरोध...

यहां तक कि सरकार ने जो दालें महंगे दाम पर खरीद की थी वह भी अब सस्ता बेच रही है. इसका नुकसान भी व्यापारियों को उठाना पड़ रहा है. बाल व्यवसाय से जुड़े लोगों ने यह भी बताया कि सरकार ने प्रत्येक व्यापारी के लिए 200 टन का स्टॉक निर्धारित (Stock Limit) किया है, जबकि दालों की किस्में 10 से ज्यादा हैं. अधिकतम एक दाल के लिए 100 टन का स्टॉक किया जा सकता है.

पढ़ें : नई दुकान के मुहुर्त में व्यस्त था दूल्हा, पीछे से लुटेरी दुल्हन गहने लेकर प्रेमी संग भागी

इससे भंडारण की व्यवस्था गड़बड़ा जाएगी, जिसका असर बाजार पर पड़ेगा. जब व्यापारी दाल का स्टॉक कम रखेगा तो बाजार में दाल के भाव बढ़ना तय है. व्यापारियों ने कहा कि हम सरकार की इस नीति (Government Policy) का घोर विरोध करते हैं और करते रहेंगे. इसको लेकर बुधवार को भी दाल व्यवसाय से जुड़ी दुकानें बंद रहेंगी. उल्लेखनीय है कि जोधपुर की मंडोर मंडी में करीब 7 से 70 साल के बड़े स्टॉकिस्ट हैं, जो पूरे जिले में दाल आपूर्ति करते हैं. यहां प्रतिदिन 200 से 300 टन दाल की खपत होती है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.