जोधपुर. जिले में अवैध मादक पदार्थों की तस्करी लगातार बढ़ रही है. वर्तमान समय में युवा नशे की लत में लिपटा जा रहा है और नशे की बढ़ रही इस प्रवृत्ति के कारण जोधपुर शहर में क्राइम भी बढ़ रही है. क्राइम की इन वारदातों के रोकथाम, अवैध मादक पदार्थों की तस्करी की रोकथाम और आरोपियों की धरपकड़ हेतु जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट की पश्चिम जिला पुलिस की ओर से अवैध मादक पदार्थों की तस्करी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर ऑपरेशन क्रैकडाउन शुरू किया गया है.
डीसीपी प्रीति चंद्रा ने बताया कि जोधपुर शहर में बढ़ रही अवैध मादक पदार्थों की तस्करी को ध्यान में रखते हुए जोधपुर जिला पश्चिम की ओर से एक ऑपरेशन चलाया गया है, जिसका नाम ऑपरेशन क्रैकडाउन रखा गया है. इस ऑपरेशन के तहत सभी थाना अधिकारियों और डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम को साफ तौर पर निर्देश दिए गए हैं कि अवैध मादक पदार्थों जैसे स्मैक, अवैध डोडा पोस्त, गांजा इत्यादि की बिक्री को रोका जाए.
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डीसीपी ने बताया कि नशे का सेवन करने वाले लोगों को भी पुलिस अपने स्तर पर सरकारी अस्पतालों में भर्ती करवा कर नशा छुड़वाने हेतु प्रयास करेगी. उन्होंने बताया कि सभी पुलिस थानों के बीट कांस्टेबलों से अपने-अपने क्षेत्रों में स्मैक का नशा करने वाले लोगों की लिस्ट तैयार करवाई है, जिनसे पता लगा कि जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट के जिला पश्चिम में रहने वाले लगभग 2 हजार युवा वर्तमान में स्मैक का नशा कर रहे हैं.
प्रीति चंद्रा ने बताया कि जिला पश्चिम टीम की ओर से दूसरे स्टेप में जोधपुर शहर को ड्रग फ्री करने की मुहिम चलाई गई है. जिसमें पहले चरण में ड्रग्स बेचने वाले सभी सप्लायर को पुलिस की ओर से गिरफ्तार किया जाएगा, तो वहीं दूसरे चरण में ड्रग का नशा करने वाले युवकों को चिन्हित किया जाएगा और उन्हें नशा छुड़वाने के लिए सरकारी अस्पतालों में दाखिल करवाया जाएगा.
युवकों को नशा नहीं करने के प्रति किया जाएगा जागरूक
डीसीपी ने बताया कि पुलिस की ओर से नशा करने वाले युवकों को नशा नहीं करने के प्रति जागरूक किया जाएगा, जिससे कि नशा करने वाले लोगों की संख्या कम हो. उन्होंने बताया कि इससे अवैध मादक पदार्थों की सप्लाई करने वाले लोगों को खरीददार नही मिलेंगे, जिससे मादक पदार्थों की तस्करी में काफी कमी आएगी.