जोधपुर. जिले के पीपाड़ कस्बे के पास बीती रात तस्करों और पुलिस का आमना सामना हुआ. पुलिस ने रोकने की कोशिश से जोरदार झड़प हुई. इस दौरान मौके से भागते तस्करों ने पुलिस पर फायरिंग की. पुलिस की ओर से जवाबी फायरिंग नहीं की गई, क्योंकि बिना हथियारों के ही अलबत्ता पुलिस पीछा करने लगी.
तस्करों की इनोवा गाड़ी से लगातार फायरिंग हो रही थी. तस्कर की कार को चला रहे व्यक्ति द्वारा फायरिंग के दौरान दुर्घटना बस एक फायर गाड़ी के अंदर हो गया, जिससे उनका एक साथी ही घायल हो गया. जिसके चलते अन्य तस्कर उसे छोड़ कर भाग छूटे.
यह घटनाक्रम गुरुवार देर रात को हुआ था, जिसके बाद पुलिस घायल अवस्था में तस्कर महिपाल को एमडीएम अस्पताल लेकर आई. सुबह ग्रामीण पुलिस अधीक्षक अनिल कयाल ने मौके का दौरा भी किया, लेकिन वह लगातार तस्कर को गोली लगने की बात करने से बचते रहे. अन्य अधिकारी भी यही बात कह रहे थे कि टांग की हड्डी टूटने से घायल हो गया.
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लेकिन, अस्पताल में जांच के दौरान सामने आया कि महिपाल की जांग की हड्डी के पास से निकलने वाली फिमोरल आर्टरी में गोली लगने से वह कट गई. उससे महिपाल को बहुत ज्यादा रक्तस्राव भी हुआ. गोली लगने से हड्डी भी टूट गई. देर शाम को उसका ऑपरेशन किया गया, जिसमें रक्त स्त्राव रोका गया. फिलहाल, तस्कर वेंटिलेटर पर है. उसके घुटने के ऊपर गोली के छर्रे भी मिले हैं.
गुरुवार रात पीपाड़ कस्बे के पास साथिन रोड पर तेज गति से निकली इनोवा को रोकने का प्रयास किया गया तो नहीं रुकी तो पुलिस उसके पीछे लगे, लेकिन बिना हथियारों के और उसके बाद उपरोक्त घटनाक्रम हुआ. इसकी जानकारी मिलने पर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक भी मौके पर पहुंचे. पुलिस की ओर से बयान आया कि गाड़ी पलटने से महिपाल घायल हुआ, जबकि जो गाड़ी बरामद की गई है वह पूरी तरह से सुरक्षित है उस पर किसी तरह की खरोच के निशान भी नहीं हैं.
बिना हथियार के थी पुलिस!
पुलिस सूत्रों का कहना है कि रात को नाकाबंदी के समय जो भी पुलिसकर्मी मौजूद थे उनके पास किसी भी तरह के हथियार नहीं थे. फिर बिना हथियारों के ही तस्करों के पीछे चल दिए और जब फायरिंग हुई तो बचने लगे, लेकिन पीछा जारी रखा. इस दौरान ही एक तस्कर की गलती से अपने ही साथी को गोली लगने से तस्करों के हाथ पांव फूल गए और वे अंधेरे का फायदा उठाकर गाड़ी रोक कर अपने घायल साथी को छोड़ कर भाग निकले.