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Special: आनंद ने गणित के क्षेत्र में हासिल की है शानदार उपलब्धि, PM नरेंद्र मोदी ने स्कॉलास्टिक अचीवमेंट अवॉर्ड से किया सम्मानित - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

गणित के क्षेत्र में शानदार उपलब्धि हासिल करने पर राजस्थान के रहने वाले छात्र 11वीं कक्षा के छात्र आनंद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्कॉलास्टिक अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया है. बता दें कि कम उम्र में ही दुनिया के नामी जनरल में आनंद के गणित से रिलेटेड 2 रिसर्च पेपर प्रकाशित हो चुके हैं और उन्हें अमेरिका में भी रामानुजम अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है. आनंद का कहना है कि भविष्य में भी गणित के क्षेत्र में रिसर्च करना ही उनकी प्राथमिकता रहेगी.

jodhpur news, राजस्थान का छात्र आनंद, प्रधानमंत्री ने किया सम्मानित
गणित के क्षेत्र में शानदार उपलब्धि हासिल करने वाले आनंद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया सम्मानित
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Published : Jan 27, 2021, 1:36 PM IST

जोधपुर. गणित के क्षेत्र में शानदार उपलब्धि हासिल करने पर कोटा के एक निजी स्कूल के 11वीं कक्षा के छात्र आनंद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को स्कॉलास्टिक अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया. इस अवार्ड में देश के 5 छात्रों को चुना गया है, जिसमें राजस्थान से आनंद का चयन इस अवार्ड के लिए हुआ है. आनंद लॉकडाउन के बाद से अपने माता-पिता के साथ जोधपुर में ही रह रहे हैं.

आनंद के पिता जोधपुर में यूनियन बैंक के ब्रांच हेड हैं. कम उम्र में ही दुनिया के नामी जनरल में उनके गणित से रिलेटेड 2 रिसर्च पेपर प्रकाशित हो चुके हैं और वो इन रिसर्च पेपर के प्रकाशित होने के बाद अमेरिका में इस पेपर के बारे में अंडर ग्रेजुएट स्टूडेंट्स को जानकारी देकर आए हैं. इसके चलते उन्हें अमेरिका में भी रामानुजम अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है.

गणित के क्षेत्र में शानदार उपलब्धि हासिल करने वाले आनंद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया सम्मानित

पढ़ें: SPECIAL : देश की पहली नगरपालिका झालरापाटन में चुनावी जंग...बीजेपी-कांग्रेस में कड़ी टक्कर

आनंद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों सम्मानित होने पर काफी खुश हैं. उन्हें उम्मीद नहीं थी कि उनके रिसर्च पेपर के आधार पर उनका नाम भी सेलेक्ट किया जाएगा. आनंद ने स्कॉलास्टिक अचीवमेंट अवार्ड का श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों को दिया है. उनका कहना है कि माता-पिता ने बहुत सहयोग दिया. साथ ही शिक्षकों ने भी काफी सपोर्ट किया, जिसके चलते उन्होंने इस मुकाम को हासिल किया है. आनंद ने बताया कि शुरुआत से ही उनकी गणित में काफी रूचि थी और वो इस विषय को ही ज्यादा पसंद करते हैं. आनंद का कहना है कि भविष्य में भी गणित के क्षेत्र में रिसर्च करना ही उनकी प्राथमिकता रहेगी और गणित के विशेषज्ञों से शिक्षा प्राप्त करना भी उनकी प्राथमिकता रहेगी.

आनंद के पिता अनिल कुमार ने बताया कि आनंद को मिले इस अवार्ड से वो और उनका परिवार काफी खुश है. उन्होंने कहा कि शुरुआत से ही उनका पुत्र पढ़ाई में काफी होनहार रहा है. उसे गणित के विषय में ही आगे बढ़ना था, जिसके चलते उसने अपने मित्रों से गणित के विशेषज्ञ शिक्षकों के बारे में जानकारी हासिल की. साथ ही उनके रिसर्च पेपर भी आनंद को पढ़ने के लिए कहा. आनंद के पिता का कहना है कि सातवीं कक्षा के बाद आनंद की गणित विषय में रुचि एकदम से बढ़ गई है.

आनंद के पिता ने बताया कि सातवीं कक्षा में ही आनंद ने एक गणित की थ्योरम लिखी थी, जिसे उन्होंने एचआरआई कि एक प्रोफ़ेसर को भेजी. इसके बाद एचआरआई के प्रोफेसर ने आनंद को एक महीने के लिए बुलाया और वहां से आनंद का एक रिसर्च इंटरनेशनल जर्नल में पब्लिश हुआ.

पढ़ें: Special : जयपुर में स्कूल को 'स्मार्ट' बनाने के फेर हेरिटेज को किया बेहाल...परकोटे की प्राचीर और बुर्ज ध्वस्त

वहीं, आनंद की मां माधुरी कुमारी का कहना है कि उनके पति जोधपुर में बैंक में कार्यरत हैं, लेकिन वो लोग लॉकडाउन से पहले कोटा में ही रह रहे थे. लॉकडाउन के बाद से वो जोधपुर में रहने लगे हैं. आनंद की मां ने भी कहा कि उनका पुत्र काफी होनहार है. उन्होंने कहा कि उसे एक ऐसी यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर मिलने चाहिए, जो उसके टैलेंट को समझ सके. इससे उनका बेटा और आगे बढ़ते हुए राजस्थान सहित देश का नाम भी रौशन कर सकेगा.

बता दें कि स्कॉलास्टिक अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित आनंद कोटा के एक निजी स्कूल में 11वीं कक्षा के फिजिक्स केमिस्ट्री मैथ्स के छात्र हैं. वो वर्तमान समय में ऑनलाइन क्लासेज के जरिए पढ़ाई कर रहे हैं. वहीं, आनंद की छोटी बहन मानसी आईआईटी गुवाहाटी में कंप्यूटर साइंस की छात्रा है.

जोधपुर. गणित के क्षेत्र में शानदार उपलब्धि हासिल करने पर कोटा के एक निजी स्कूल के 11वीं कक्षा के छात्र आनंद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को स्कॉलास्टिक अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया. इस अवार्ड में देश के 5 छात्रों को चुना गया है, जिसमें राजस्थान से आनंद का चयन इस अवार्ड के लिए हुआ है. आनंद लॉकडाउन के बाद से अपने माता-पिता के साथ जोधपुर में ही रह रहे हैं.

आनंद के पिता जोधपुर में यूनियन बैंक के ब्रांच हेड हैं. कम उम्र में ही दुनिया के नामी जनरल में उनके गणित से रिलेटेड 2 रिसर्च पेपर प्रकाशित हो चुके हैं और वो इन रिसर्च पेपर के प्रकाशित होने के बाद अमेरिका में इस पेपर के बारे में अंडर ग्रेजुएट स्टूडेंट्स को जानकारी देकर आए हैं. इसके चलते उन्हें अमेरिका में भी रामानुजम अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है.

गणित के क्षेत्र में शानदार उपलब्धि हासिल करने वाले आनंद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया सम्मानित

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आनंद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों सम्मानित होने पर काफी खुश हैं. उन्हें उम्मीद नहीं थी कि उनके रिसर्च पेपर के आधार पर उनका नाम भी सेलेक्ट किया जाएगा. आनंद ने स्कॉलास्टिक अचीवमेंट अवार्ड का श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों को दिया है. उनका कहना है कि माता-पिता ने बहुत सहयोग दिया. साथ ही शिक्षकों ने भी काफी सपोर्ट किया, जिसके चलते उन्होंने इस मुकाम को हासिल किया है. आनंद ने बताया कि शुरुआत से ही उनकी गणित में काफी रूचि थी और वो इस विषय को ही ज्यादा पसंद करते हैं. आनंद का कहना है कि भविष्य में भी गणित के क्षेत्र में रिसर्च करना ही उनकी प्राथमिकता रहेगी और गणित के विशेषज्ञों से शिक्षा प्राप्त करना भी उनकी प्राथमिकता रहेगी.

आनंद के पिता अनिल कुमार ने बताया कि आनंद को मिले इस अवार्ड से वो और उनका परिवार काफी खुश है. उन्होंने कहा कि शुरुआत से ही उनका पुत्र पढ़ाई में काफी होनहार रहा है. उसे गणित के विषय में ही आगे बढ़ना था, जिसके चलते उसने अपने मित्रों से गणित के विशेषज्ञ शिक्षकों के बारे में जानकारी हासिल की. साथ ही उनके रिसर्च पेपर भी आनंद को पढ़ने के लिए कहा. आनंद के पिता का कहना है कि सातवीं कक्षा के बाद आनंद की गणित विषय में रुचि एकदम से बढ़ गई है.

आनंद के पिता ने बताया कि सातवीं कक्षा में ही आनंद ने एक गणित की थ्योरम लिखी थी, जिसे उन्होंने एचआरआई कि एक प्रोफ़ेसर को भेजी. इसके बाद एचआरआई के प्रोफेसर ने आनंद को एक महीने के लिए बुलाया और वहां से आनंद का एक रिसर्च इंटरनेशनल जर्नल में पब्लिश हुआ.

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वहीं, आनंद की मां माधुरी कुमारी का कहना है कि उनके पति जोधपुर में बैंक में कार्यरत हैं, लेकिन वो लोग लॉकडाउन से पहले कोटा में ही रह रहे थे. लॉकडाउन के बाद से वो जोधपुर में रहने लगे हैं. आनंद की मां ने भी कहा कि उनका पुत्र काफी होनहार है. उन्होंने कहा कि उसे एक ऐसी यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर मिलने चाहिए, जो उसके टैलेंट को समझ सके. इससे उनका बेटा और आगे बढ़ते हुए राजस्थान सहित देश का नाम भी रौशन कर सकेगा.

बता दें कि स्कॉलास्टिक अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित आनंद कोटा के एक निजी स्कूल में 11वीं कक्षा के फिजिक्स केमिस्ट्री मैथ्स के छात्र हैं. वो वर्तमान समय में ऑनलाइन क्लासेज के जरिए पढ़ाई कर रहे हैं. वहीं, आनंद की छोटी बहन मानसी आईआईटी गुवाहाटी में कंप्यूटर साइंस की छात्रा है.

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