जोधपुर. जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के 18वें दीक्षांत समारोह में हुए हंगामे का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. पुलिस व विश्वविद्यालय की कार्रवाई के विरुद्ध प्रर्दशन किए जा रहे हैं. बुधवार को जेएनवीयू के पेंशनर्स व कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन (Pensioner protest in JNVU) शुरू किया है. इसके तहत केंद्रीय कार्यालय के बाहर जमा होकर कुलपति के विरुद्ध नारेबाजी कर विरोध जताया.
पेंशनर्स का कहना है कि आज से जेल में बंद हमारे साथी मोहनसिंह भाटी व छात्रनेता रविंद्र सिंह भाटी भूख हड़ताल कर रहे हैं. कल से हम भी विश्वविद्यालय में भूख हड़ताल पर बैठेंगे. कुलपति अपनी हठधर्मिता पर अडे हुए हैं. इससे विश्वविद्यालय का नुकसान हो रहा है. पेंशनर्स को समय पर पेंशन नहीं मिली रही है. हमारी मांग है कि जेल में बंद सभी लोगों के विरुद्ध मामले वापस लिए जाएं और निलंबित किए गए कर्मचारी नेता अनिल पंवार को बहाल किया जाए. अन्यथा यह आंदोलन और तेज किया जाएगा.
गौरतलब है कि 27 जनवरी को विश्वविद्यालय के 18वें दीक्षांत समारोह में अपनी मांगों को लेकर पेंशनर्स व छात्र वर्चुअल समारोह में घुस गए थे. इस दौरान नारेबाजी हुई और कुलपति को काले झंडे दिखाए गए. इस कार्यक्रम में राज्यपाल व मुख्यमंत्री भी जुड़े हुए थे. जिसके बाद विश्वविद्यालय ने कर्मचारी नेता अनिल पंवार को हंगामा करने वालों का समर्थन के लिए निलंबित कर दिया. रातानाडा थाने में राजकार्य में बाधा, महिलाओं के साथ अभद्रता व महामारी एक्ट के उल्लंघन की धाराओं में मामला दर्ज करवाया गया है. इस मामले में पांच लोग अभी भी न्यायिक हिरासत में हैं. इसको लेकर मंगलवार को ही पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कुनालसिंह भाटी के नेतृत्व में प्रदर्शन हुआ था.