जोधपुर. कोरोना संक्रमण के चलते अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति खत्म होने से पहले इंतजाम करने की कवायद जोरों पर है. महात्मा गांधी अस्पताल के लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट में आज कुछ घंटों की ही ऑक्सीजन बची थी. लेकिन भिवाड़ी से रात को टैंकर रवाना की सूचना होने से सभी आश्वस्त थे कि ऑक्सीजन पहुंच जाएगी. भिवाड़ी से जोधपुर की 546 किमी की दूरी कार की रफ्तार से तय की गई. महज 9 घण्टे में टैंकर जोधपुर पहुंच गया.
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बीच में करीब आधा घंटा किसान आंदोलन के चलते ऑक्सीजन ट्रक को रुकना भी पढ़ा. लेकिन पुलिस व परिवहन विभाग की अगुवाई में चल रहे ऑक्सीजन टैंकर के लिए पूरे रास्ते सड़क खाली होती रही. जिसके चलते टैंकर सुबह करीब 6 बजे जोधपुर पहुंच गया. 20 टन के इस टैंकर की आधी ऑक्सीजन एमडीएम अस्पताल में खाली हुई. दोपहर में आधा टैंकर महात्मा गांधी अस्पताल में खाली हुआ. दोनों अस्पतालों में लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट चल रहे हैं. जिससे कुछ ऑक्सीजन सिलेंडर का स्टॉक बन सकेगा, जिससे आपातकालीन स्थिति नहीं बने.
टैंकर चालक बजरंग सिंह ने बताया कि वह रात 9 बजे निकला था और सुबह 6:30 बजे जोधपुर पहुंच गया. रास्ते में पुलिस व प्रशासन ने मदद की. एमजीएच के ऑक्सीजन प्लांट इंचार्ज अरविंद अपूर्वा का कहना था कि प्रशासन के सहयोग से समय पर ऑक्सीजन पहुंच रही है. सामान्यत भिवाड़ी से जोधपुर आने में किसी बस या ट्रक को 20 से 24 घंटे लग जाते हैं.