जोधपुर. जिले के उम्मेद अस्पताल में शनिवार रात को 4 बच्चों को एक्सपायर ग्लूकोज चढ़ाए जाने के मामले को डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने गंभीरता से लिया. जिसके चलते उन्होंने जांच के आदेश दिए हैं. साथ ही वार्ड के कर्मचारी और स्टोरी प्रभारी को हटाने के निर्देश भी दिए हैं. उनका कहना है कि मामले में दोषी पाए गए लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. जीएल मीणा ने बताया कि उन्होंने इसको लेकर उम्मेद अस्पताल अधीक्षक डॉ. रंजना देसाई को निर्देशित किया है कि इस तरह की घटनाएं नहीं हो, इसको लेकर सख्त व्यवस्थाएं अपनाई जाए. साथ ही तीन दिन में जांच रिपोर्ट भी तलब की है. गौरतलब है कि शनिवार रात को नागौर जिले के खोडाला गांव निवासी बच्ची के परिजनों को सबसे पहले इस बात का पता चला था कि उनकी बच्ची सहित यूनिट चार में भर्ती चार बच्चों को 30 जून को एक्सपायर हुआ ग्लूकोज चढ़ाया गया है. जिसकी भनक लगने पर नर्सिंग स्टाफ ने आनन फानन में तीन खाली बोतलें हटा ली, लेकिन एक बोतल वहां रह गई. जिसका परिजनों ने फोटो ले लिया.
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दरअसल, नियमानुसार हर माह की अंतिम तिथि से पहले वार्ड में रखी जाने वाली दवाइयां व ग्लूकोज की एक्सपायरी डेट जांचने का प्रावधान है. जिससे समय रहते वहां से हटाकर स्टोर भेजा जा सके, लेकिन वार्ड प्रभारी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया. जिससे एक्सपायर ग्लूकोज वहीं रह गए. जिसे वार्ड नर्स ने उपयोग में ले लिया. हालांकि, इससे किसी बच्चे के स्वास्थ्य पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नजर नहीं आया है.