जोधपुर. जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय और सरदार पटेल पुलिस सुरक्षा एवं दाण्डिक न्याय विश्वविद्यालय के बीच मेमोरेण्डम ऑफ अण्डरस्टैन्डिंग (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुए. एमओयू के आयोजन का मुख्य उद्देश्य नई शिक्षा प्रणाली के तहत विद्यार्थीयों को बहुउद्देश्य विषयों के चयन की वैकल्पिक व्यवस्था उपलब्ध कराना है.
जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के पास विधि संकाय में विधि से संबंधित सभी प्रकार के कोर्स उपलब्ध है. जबकि सरदार पटेल विश्वविद्यालय के पास सुरक्षा व दाण्डिक न्याय के कोर्स उपलब्ध है. इसलिये दोनों विश्वविद्यालय के मध्य एमओयू होने से आगामी सत्र में नई शिक्षा प्रणाली लागू होने पर विद्यार्थीयों को दोनों विश्वविद्यालय के मध्य स्थानांनतरण कर उन्हें विभिन्न प्रकार के विषय पढ़ने व कार्यशाला में भाग लेने की सुविधा प्रदान होगी.
एमओयू होने से दोनों विश्वविद्यालय के मध्य विभिन्न प्रकार की शोध परियोजना, शोध पत्र का प्रकाशन व सेमीनार का आयोजन भी साझा रूप से किया जा सकेगा. एमओयू पर जय नारायण व्यासविश्वविद्यालय की तरफ से कुलपति प्रो. प्रवीणचन्द्र त्रिवेदी ने तथा सरदार पटेल पुलिस विश्वविद्यालय की तरफ से कुलपति डॉ. आलोक त्रिपाठी (सेवानिवृत भारतीय पुलिस सेवा) ने हस्ताक्षर किए.
एमओयू पर साक्षी के रूप में जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय की तरफ से विधि संकाय की तरफ से प्रो. चंदनबाला व कुलसचिव गोमती शर्मा ने जबकि पुलिस विश्वविद्यालय की तरफ से डॉ. मिथिलेश भट्ठ व हिमांशु शर्मा ने हस्ताक्षर किए. एमओयू के बाद जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के छात्रों को मिलेगी साईबर सुरक्षा कोर्स, रोड़ सेफ्टीकोर्स, सामाजिक सुरक्षा अध्ययन, लैंगिक समानता अध्ययन, पुलिस व्यवस्था अध्ययन, बालसंरक्षण अध्ययन इत्यादि विषय/कोर्स पढ़ने का अवसर मिलेगा.
आज के परिपेक्ष्य में साइबर क्राइम व साइबर सुरक्षा कोर्स की जरूरतों को देखते हुए छात्रों को इसका फायदा मिलेगा. एमओयू से सरदार पटेल पुलिस विश्वविद्यालय के छात्रों को इंटर्नशिप सुविधा, मूटकोर्ट में भाग लेने का अवसर, शोध कार्य करने का अवसर, शोध परियोजना में कार्य करने का अवसर, सेमीनार व कॉन्फ्रेंस में भागीदारी तथा लाईब्रेरी के साथ अन्य कोर्स की सुविधा मिलेगी.