जोधपुर. शहर में कोरोना से लोगों को बचाने के लिए राजस्थान सरकार ने बूस्टर डोज या प्रिकॉशन डोज अभियान (Precaution Dose Campaign in Jodhpur) शुरू किया है. यह अभियान आज सोमवार से ही शुरू हुआ है. रेजिडेंसी डिस्पेंसरी में फ्रंटलाइन वर्कर के साथ-साथ 60 वर्ष से ऊपर के बीमार पीड़ितों को यह डोज लगाई जा रही है. इस क्रम में जोधपुर के महेश उत्तमचंदानी ने बूस्टर डोज (Mahesh Uttamchandani Booster Dose Jodhpur) ले ली है.
मैं वैक्सीनेशन की वजह से सुरक्षित हूं..
बता दें कि 2020 में तुर्की से जोधपुर आने के बाद महेश का परिवार संक्रमित मिला था. इसके बाद समय समय पर महेश ने कोविड टेस्ट कराया. महेश उत्तमचंदानी 11 बार कोविड पॉजिटिव आ चुके हैं. 2020 में तुर्की से जोधपुर आए महेश उत्तमचंदानी जोधपुर के पहले कोरोना संक्रमित (Jodhpur Mahesh Uttamchandani covid positive) थे. महेश ने आज बूस्टर डोज लगवाई है. महेश उत्तमचंदानी ने बताया कि मैं 40 दिन अस्पताल में रहा था. इस दौरान मेरा 11 बार कोरोना टेस्ट किया गया जिसमें मैं पॉजिटिव आया. इसके बाद 12वीं बार नेगेटिव आने पर अस्पताल से छुट्टी मिली.
बता दें कि कोरोना की पहली लहर के दौरान कोविड पेशेंट को तब तक अस्पताल से छुट्टी नहीं मिलती थी, जब तक वही कोविड पॉजिटिव से नेगेटिव न हो जाए. महेश उत्तमचंदानी की 11 बार रिपोर्ट पॉजिटिव (11 times covid positive) आई थी. जब कोरोना का टीकाकरण शुरू हुआ तो महेश ने वैक्सीन की दोनों डोज लगवाई और वे मानते हैं कि वैक्सीनेशन ने ही उनकी जान बचाई है. अब आज उन्होंने बूस्टर डोज भी लगवा ली है. उन्होंने आह्वान किया कि जिनको प्रिकॉशन डोज लगनी है, वे तुरंत लगवाएं.
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जिला कलेक्टर ने भी लगवाई बूस्टर डोज
इस अभियान के तहत जोधपुर कलेक्टर इंद्रजीतसिंह, सीएमएचओ डॉ बलवंत मंडा सहित अन्य ने भी आज बूस्टर डोज लगाई. कलेक्टर ने भी लोगेां से अपील की है कि वे समय रहत अपना टीकाकरण करवाएं. गौरतलब है कि महेश उत्तमचंदानी मार्च 2020 में परिवार के साथ तुर्की एक शादी में गए थे. परिवार के साथ लौटे थे तो सबसे पहले वे संक्रमित हुए.
उसके बाद परिवार के अन्य लोग भी पॉजिटिव आए थे. इधर सरकार के निर्देश पर 31 जनवरी तक जिन लोगों को पहली डोज लगी है उन्हें दूसरी डोज लगवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. जिससे दोनों डोज के टीकारण की दर बढ़ सके.