जोधपुर. बाड़मेर में पुलिस हिरासत में जीतू खटीक की मौत का मामला सरकार के गले की फांस बना हुआ है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रविवार को जोधपुर पहुंचे तो एयरपोर्ट पर खटीक समाज के मंत्रीमंडल ने उनसे मुलाकात की और ज्ञापन भी सौंपा. वहीं जब मुख्यमंत्री सर्किट हाउस पहुंचे तो वहां पर भी समाज के युवा बड़ी संख्या में पोस्टर लेकर नारे लगाते रहे. सभी ने मांग की है कि सरकार समाज की मांगों को पूरा करें और पीड़ित को न्याय दे. जिसके बाद मुख्यमंत्री को उनसे भी मिलना पड़ा.
समाज के प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने बताया कि कांग्रेस सरकार के राज में अनुसूचित जाति वर्ग के लोगों के साथ गलत हो रहा है. हमारे साथ अत्याचार हो रहा है. इसके बावजूद सरकार सुनवाई नहीं कर रही है. 4 दिनों से परिजन मौके पर बैठे हैं.
वहीं समाज के प्रतिनिधि ने बताया कि हमारी मांग है कि एक करोड़ रुपए का मुआवजा मिले, सरकारी नौकरी और जितने भी आरोपी हैं, उन पर 302 के तहत केस दर्ज हो. जैसा कि एक साधारण व्यक्ति के साथ कानून बर्ताव करता है, ऐसा ही उन पुलिस वालों के साथ किया जाए.
पढ़ें- जीतू खटीक मामला: चौथे दिन भी नहीं बनी बात, जोधपुर में CM से मिलेगा खटीक समाज
इस दौरान समाज के प्रतिनिधियों का कहना था कि बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने 10 लाख रुपए और पीड़ित को संविदा पर नौकरी का ऑफर दिया था. जिसे समाज ने ठुकरा दिया है. जिसके बाद रविवार को विधायक बाबूलाल नागर वार्ता कर रहे हैं. जिससे इस मामले में आज कोई रास्ता निकल सकेगा.