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जोधपुर: निगम के पास नहीं है पैसा, ठेकेदारों के भुगतान के लिए आयुक्त ने खड़े किए हाथ

जोधपुर नगर निगम की माली हालत कोरोना संक्रमण और अन्य कारणों से खस्ताहाल चल रही है. निगम के पास ठेकेदारों का भुगतान करने के लिए पैसे नहीं हैं. ऐसे में निगम के ठेकेदार बकाया का तकाजा कर रहे हैं, लेकिन आयुक्त ने स्पष्ट रूप से पैसे नहीं होने की बात कही.

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भुगतान के लिए नहीं है पैसा
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Published : Nov 9, 2020, 6:09 PM IST

जोधपुर. शहर के नगर निगम उत्तर और दक्षिण को विभक्त हुए 6 माह से अधिक का समय हो गया है, लेकिन इनकी माली हालत लगातार खस्ताहाल बनी हुई है. इसमें कोरोना का भी योगदान रहा है, क्योंकि कोरोना काल में नगर निगम को आय नहीं हुई. लेकिन नगर निगम के काम जारी रहे. अब हालत ऐसी है कि निगम के ठेकेदार बकाया का तकाजा कर रहे हैं. त्योहार सामने आने से ठेकेदारों को अपने भुगतान भी करने हैं.

भुगतान के लिए नहीं है पैसा

इसके लिए सोमवार को आयुक्त रोहिताश सिंह तोमर के पास ठेकेदार भुगतान की मांग लेकर गए, लेकिन तोमर ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अभी भुगतान के लिए धन की व्यवस्था नहीं है. ऐसे में वे भुगतान नहीं कर सकते, जब भुगतान की व्यवस्था होगी उस समय सभी को पेमेंट दिया जाएगा, लेकिन ठेकेदार इससे नाखुश हैं.

ठेकेदारों का कहना है कि हम 1 साल से लगातार अपने भुगतान की मांग कर रहे हैं. लेकिन अभी तक निगम व्यवस्था नहीं कर पाया है, 10 करोड़ से अधिक की राशि बकाया चल रही है. ऐसे में कितने दिनों तक ठेकेदार अपनी जेब से और कर्ज कर निगम के काम करवाएगा. इससे नाराज ठेकेदारों ने नगर निगम उत्तर ने प्रदर्शन भी किया.

ये पढ़ें: नगर निगम ग्रेटर महापौर चुनाव से पहले भाजपा ने 7 निर्दलीयों के समर्थन का किया दावा

खास बात यह भी है कि जितना भी बकाया है, वह पूरे जोधपुर के एक निगम के समय का है. अलग-अलग निगम होने के बाद में कामों में कमी भी आई है. ऐसे में यह भी तय होना है कि कौन सा निगम किस काम का भुगतान करेगा. लेकिन इसमें लंबा समय लग सकता है. अभी हाल ही में मतदान की प्रक्रिया भी पूरी हो गई है, लेकिन महापौर के चुनने और उसके बाद सामान्य रूप से कामकाज की व्यवस्था लागू होने पर ही निगम में भुगतान की व्यवस्था सामान्य हो पाएगी. तब तक ठेकेदारों को इंतजार करना पड़ेगा.

जोधपुर. शहर के नगर निगम उत्तर और दक्षिण को विभक्त हुए 6 माह से अधिक का समय हो गया है, लेकिन इनकी माली हालत लगातार खस्ताहाल बनी हुई है. इसमें कोरोना का भी योगदान रहा है, क्योंकि कोरोना काल में नगर निगम को आय नहीं हुई. लेकिन नगर निगम के काम जारी रहे. अब हालत ऐसी है कि निगम के ठेकेदार बकाया का तकाजा कर रहे हैं. त्योहार सामने आने से ठेकेदारों को अपने भुगतान भी करने हैं.

भुगतान के लिए नहीं है पैसा

इसके लिए सोमवार को आयुक्त रोहिताश सिंह तोमर के पास ठेकेदार भुगतान की मांग लेकर गए, लेकिन तोमर ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अभी भुगतान के लिए धन की व्यवस्था नहीं है. ऐसे में वे भुगतान नहीं कर सकते, जब भुगतान की व्यवस्था होगी उस समय सभी को पेमेंट दिया जाएगा, लेकिन ठेकेदार इससे नाखुश हैं.

ठेकेदारों का कहना है कि हम 1 साल से लगातार अपने भुगतान की मांग कर रहे हैं. लेकिन अभी तक निगम व्यवस्था नहीं कर पाया है, 10 करोड़ से अधिक की राशि बकाया चल रही है. ऐसे में कितने दिनों तक ठेकेदार अपनी जेब से और कर्ज कर निगम के काम करवाएगा. इससे नाराज ठेकेदारों ने नगर निगम उत्तर ने प्रदर्शन भी किया.

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खास बात यह भी है कि जितना भी बकाया है, वह पूरे जोधपुर के एक निगम के समय का है. अलग-अलग निगम होने के बाद में कामों में कमी भी आई है. ऐसे में यह भी तय होना है कि कौन सा निगम किस काम का भुगतान करेगा. लेकिन इसमें लंबा समय लग सकता है. अभी हाल ही में मतदान की प्रक्रिया भी पूरी हो गई है, लेकिन महापौर के चुनने और उसके बाद सामान्य रूप से कामकाज की व्यवस्था लागू होने पर ही निगम में भुगतान की व्यवस्था सामान्य हो पाएगी. तब तक ठेकेदारों को इंतजार करना पड़ेगा.

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