जोधपुर. राज्य पीसीपीएनडीटी थाना पुलिस ने जोधपुर में बड़ी कार्रवाई (Jodhpur doctor caught for examining fetus) करते हुए एक डॉक्टर को भ्रूण जांच के आरोप में गिरफ्तार किया है. खास बात यह है कि यह डॉक्टर पांचवीं बार अवैध रूप से जांच करते गिरफ्तार हुआ है. वर्तमान में सरकारी सेवा से निलंबित भी चल रहा है. पुलिस ने डॉ इम्तियाज के अलावा उसके दो सहयोगियों को भी गिरफ्तार किया है. यह कार्यवाही राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ( NHM ) के निदेशक डॉ. जितेन्द्र सोनी के सुपरविजन में पुलिस इन्सपेक्टर जितेन्द्र गंगवानी ने की है.
डॉक्टर इम्तियाज को पकड़ने के लिए टीम को काफी मशक्कत करनी पड़ी. 3 दिन तक जोधपुर में डेरा डाले रखा. शुक्रवार को एक प्रेगनेंट लेडी को डिकॉय बनाकर भेजा गया. इसके बाद शहर के शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र के सुभाष नगर में किराए के मकान में जांच करते हुए गिरफ्तारियां की गई है. इसमें मकान मालिक को भी गिरफ्तार किया गया है. क्योंकि उसे इस काम की जानकारी थी. स्टेट पीसीपीएनडीटी इकाई ने कन्या भ्रूण के अवैध परीक्षण के आरोपी डॉ इम्तियाज को हिस्ट्रीशीटर घोषित कर रखा है.
पुलिस निरीक्षक जितेंद्र गंगवानी ने बताया कि स्थानीय पीसीपीएनडीटी कोऑर्डिनेटर सरला दाधीच को इसकी जानकारी मिली थी. जिसके बाद हमारी टीम 3 दिन से जोधपुर में रही. पाल रोड स्थित प्रेक्षा अस्पताल के ओटी असिस्टेंट भंवरलाल जांगिड़ से डिकॉय गर्भवती महिला के परिजनों ने संपर्क किया. जिस पर 70,000 रुपए में भ्रूण परीक्षण करना तय किया गया. शुक्रवार को सुबह भंवरलाल जांगिड़ डिकॉय प्रेग्नेंट महिला को डॉक्टर इम्तियाज के पास सुभाष नगर बीएसएनएल ऑफिस के पीछे किराए के मकान पर लेकर गया.
यहां जैसे ही डॉ इम्तियाज ने उसका परीक्षण शुरू किया वैसे ही टीम ने उसे दबोच लिया. इस दौरान मकान मालिक अशोक प्रजापत भी मौके पर था, उसे भी गिरफ्तार किया गया. साथ ही निजी अस्पताल के कर्मचारी को भी गिरफ्तार किया गया. पुलिस निरीक्षक जितेंद्र गनवानी ने बताया कि पूछताछ में यह पता लगाने की कोशिश करेंगे कि आखिरकार किन-किन निजी अस्पतालों से इनके पास जांच के लिए गर्भवती महिलाएं आती रही हैं. कौन-कौन दलाल इस काम में शामिल है?
मोबाइल जितनी मशीन, दिल्ली से खरीदीः टीम ने डॉक्टर इम्तियाज से पोर्टेबल सोनोग्राफी मशीन बरामद की. मशीन एक मोबाइल जितनी है. जिसे आसानी से जेब में रखकर भी ले जाया जा सकता है. पूछताछ में डॉक्टर इम्तियाज ने बताया कि वह 1 साल में इस मशीन से पचास से ज्यादा जांच कर चुका है. यह मशीन उसने दिल्ली के भागीरथ पैलेस मार्केट से ढाई लाख रुपए में खरीदी थी, जिसका कहीं पर पंजीयन भी नहीं है. प्रत्येक जांच के 50 से 70 हजार वसूलते हैं, जिसमें सबसे बड़ा हिस्सा इम्तियाज का होता है.
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चार बार पकड़ा गया लेकिन अभी तक सजा नहींः भारत में भ्रूण जांच परीक्षण को लेकर कड़े कानून बने हुए हैं. इन कानूनों के तहत पीसीपीएनडीटी इकाई डॉक्टर इम्तियाज को चार बार गिरफ्तार कर चुकी है. इसके लिए वह जेल भी गया है. लेकिन अभी तक उसको सजा नहीं हुई है. जिसके चलते जब भी वह जेल से छूटता है, उसके बाद फिर इस काम में लग जाता है. सबसे पहले 7 अक्टूबर 2016 में डॉ. इम्तियाज को उसके दलाल साथी भैरू सिंह के साथ गिरफ्तार किया था. उस समय वह बालेसर सरकारी अस्पताल का प्रभारी था और हॉस्पिटल में ही गर्भपात तक कराता था. इसके बाद से अब तक इम्तियाज पांचवी बार गिरफ्तार हो चुका है.