जोधपुर. भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी डॉ. समित शर्मा, जिन्हें पांच पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने गृह जिले के संभाग मुख्यालय पर संभागीय आयुक्त के पद पर लगाया था. उन्हें रविवार रात को हटा दिया गया. अब उन्हें जयपुर का संभागीय आयुक्त बना दिया गया है.
पांच में डॉ. शर्मा ने संभागीय आयुक्त कार्यालय की महत्ता बताते हुए कई ऐसे काम किए जो लंबे समय से लंबित थे. उनकी कार्यशैली लगातार चर्चा में बनी रही. यही कारण है कि उनके अचानक तबादले से सभी हतप्रभ है. बतौर जेडीए अध्यक्ष भी उन्होंने शहर के विकास कार्यों को आगे बढाया. खास तौर से भामाशाह के सहयोग से कई ऐसे काम किए जो संभव नहीं थे. सोमवार अवकाश होने से वे घर पर ही रहे, लेकिन उनसे मिलने काफी संख्या में लोग पहुंचे.
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इनमें मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स थे. जिनके साथ गत पांच माह से वे कोरोना उपचार की व्यवस्थाएं बनाने में लगे थे. इस दौरान संभागीय आयुक्त ने सभी को एक एक पौधा भेंट कर पर्यावरण सुरक्षित रखने की अपील की. भाजपा नेता राजेंद्र बोरोणा ने कहा कि यह पहले संभागीय आयुक्त है, जो ऑफिस छोड़ कर बाहर निकले और अपने पद की महत्ता बढाई. डॉ. शर्मा मंगलवार को कार्यमुक्त होंगे.
गुरुनानकदेव का 551वां प्रकाश पर्व मनाया...
गुरुनानक देव का 551वां प्रकाश पर्व सोमवार को मनाया गया. इस दौरान कोरोना संकट के कारण कोई बड़ा आयोजन नहीं हुआ और गुरुद्वारों में सादगी से पर्व मनाया गया. गुरुद्वारों में विशेष पूजा अर्चना हुई, जिसमें सिख समाज के लोगों ने कोरोना से मुक्ति दिलाने की अरदास भी की. इस मौके पर किर्तन भी हुआ. सिंहसभा गुरुद्वारा कमेटी के सचिव कुलदीपसिंह ने बताया कि कोरोना के चलते बहुत सादगी से पर्व मनाया जा रहा है. हम सब अरदास कर रहे हैं कि नानकदेव जी दुनिया को इस बीमारी से मुक्ति दे.
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साथ ही उन्होंने बताया कि जोधपुर में आज निशानसाहेब भी गुरुद्वारे में स्थापित किया गया है. जोधपुर के आनंद सिनेमा के पास स्थित गुरुद्वारे में 28 नवंबर से अखंड किर्तन का आयेाजन चल रहा है. सभी गुरुद्वारों में श्रद्धालुओं ने सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए मास्क लगाकर आराधना की. गौरतलब है कि सिखों के प्रथम गुरु गुरु नानक देव का जन्म 30 नवंबर 1469 को पाकिस्तान में रावी नदी के किनारे तलवंडी गांव में हुआ था. उन्होंने ही पाकिस्तान में करतारपुर नामक स्थान बसाया था. देवलोक गमन 22 सितंबर 1539 को हुआ.