जोधपुर. डिस्कॉम जो कि प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा डिस्कॉम माना जाता है. जोधपुर डिस्कॉम के अंतर्गत 11 जिले, जिसमें जोधपुर शहर, जोधपुर ग्रामीण, पाली, जालोर, सिरोही, जैसलमेर, बाड़मेर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, चूरू, बीकानेर आते है. जहां जिले में दिन-प्रतिदिन सैकड़ों बिजली से संबंधित समस्याएं देखने को मिलती है, इन सब समस्याओं का समाधान करवाने के लिए जोधपुर डिस्कॉम कार्यालय में एक हाईटेक कॉल सेंटर बना हुआ है. इस कॉल सेंटर के माध्यम से जोधपुर सहित 10 जिलों में बिजली संबंधित समस्याओं का समाधान करवाया जाता है.
इन जिलों में बिजली संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या का समाधान हेतु आमजन 1800-180-6045 पर कॉल कर सकते है. डिस्कॉम एमडी अविनाश सिंघवी ने बताया कि इस कॉल सेंटर के लगने के बाद जोधपुर सहित अन्य जिलों के उपभोक्ताओं को काफी आसानी मिली है, वह घर बैठे अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं या शिकायत दर्ज होने के बाद वह शिकायत संबंधित एरिया के एफआरटी टीम को तुरंत रूप से भेजी जाती है और फिर कुछ समस्या का समाधान करवा कर वापस जोधपुर कॉल सेंटर को सूचित किया जाता है. जिसके पश्चात कॉल सेंटर की ओर से वापस उपभोक्ता से संपर्क कर शिकायत की स्थिति के बारे में जानकारी ली जाती है.
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3 शिफ्ट में होता है काम
डिस्कॉम एमडी अविनाश सिंघवी ने बताया कि कॉल सेंटर का पूरा काम एक फ्रांस बेस कंपनी को दे रखा है, यहां दिन-रात 24 घंटे कर्मचारी तैनात रहते हैं. जोधपुर डिस्कॉम कॉल सेंटर में लगभग ढाई सौ से अधिक एंप्लोई काम कर रहे हैं. जिनमें लड़कियां, महिलाएं और युवक शामिल है, यह लोग 8-8 घंटे की तीन शिफ्ट में काम करते हैं. वर्तमान समय में लगभग ढाई सौ से अधिक एंप्लोई जोधपुर के डिस्कोम स्थित कॉल सेंटर में काम कर रहे हैं.
10 जिलों के हर आफिस में लगी है एफआरटी की टीम
जोधपुर डिस्कॉम एमडी अविनाश सिंघवी ने बताया कि जोधपुर डिस्कॉम के अंतर्गत आने वाले 10 जिलों में प्रत्येक एईएन ऑफिस में एक-एक एफआरटी की टीम को तैनात रखा जाता है. कॉल सेंटर से आने वाली कंप्लेन को तुरंत रूप से समाधान करवाने का प्रयास किया जा रहा है.
जोधपुर के डिस्कॉम कॉल सेंटर में इनबॉउंड टीम और आउटगोइंग टीम के नाम से दो अलग-अलग टीम बनी हुए हैं, जहां उपभोक्ता की ओर से शिकायत करने पर वह शिकायत इनबॉउंड टीम के पास जाती है और वहां से शिकायत दर्ज होने के बाद कंप्यूटर के जरिए ऑटोमेटिक शिकायत आउट बांड टीम तक पहुंचने के बाद संबंधित इलाके के डिस्कॉम अधिकारियों के पास शिकायत पहुंचकर उसका जल्द से जल्द समाधान करवाया जाता है.
बना है सोशल मीडिया डेस्क
जोधपुर डिस्कॉम में सेट कॉल सेंटर में एक सोशल मीडिया टेक्स्ट भी बनाई गई है. जहां पर उपभोक्ताओं की ओर से सोशल मीडिया के जरिए दर्ज करवाने वाली शिकायतों का निस्तारण करवाया जाता है. उपभोक्ता अपनी शिकायत व्हाट्सएप, फेसबुक, टि्वटर के जरिए भी दर्ज करवा रहे हैं. ऐसे में कॉल सेंटर की सोशल मीडिया डेस्क पर कार्यरत कर्मचारी उन शिकायतों को तुरंत रूप से देख कर उसे आगे फॉरवर्ड करते हैं और फिर उसी के आधार पर उन शिकायतों का समाधान किया जाता है.
कॉल सेंटर में एक कस्टमर सेटिस्फाइड डेस्क भी बनाई गई है, जहां से शिकायत दर्ज करवाने वाले उपभोक्ता को कॉल किया जाता है और उनसे शिकायत दर्ज करवाने के बाद से लेकर शिकायत के निस्तारण तक की जानकारी ली जाती है. साथ ही अगर उपभोक्ता की ओर से संबंधित अधिकारी या कर्मचारी से संतुष्ट नहीं है, तो उस बारे में भी जानकारी ली जाती है.
देखा जाए तो जोधपुर के डिस्कॉम कार्यालय में बना डिस्कॉम कॉल सेंटर जोधपुर सहित अन्य 10 जिलों की शिकायतों का निस्तारण कर रहा है. आंकड़ों की बात करें तो मार्च से सितंबर तक यहां प्रतिदिन 40,000 कॉल आती है, वहीं अन्य महीनों में सिर्फ 5 से 10,000 कॉल प्रतिदिन आती है और जोधपुर डिस्कॉम कॉल सेंटर के माध्यम से इन शिकायतों का निस्तारण करवाया जा रहा है.