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जितेंद्र पाल मेघवाल हत्याकांड: भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर पहुंचे पीड़ित परिवार से मिलने, कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल

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Published : Mar 22, 2022, 2:10 PM IST

Updated : Mar 22, 2022, 10:46 PM IST

पाली में जितेंद्र पाल मेघवाल की हत्या प्रकरण (Jitendra Pal Meghwal murder case) में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर मंगलवार को पीड़ित परिवार से मिलने पाली पहुंचे. उन्होंने इस हत्या को लेकर सरकार पर निशाना साधा. जब चंद्रशेखर का ​काफिला पाली में था, तब कुछ असामाजिक तत्वों ने पत्थरबाजी की. इसमें दो गाड़ियों के क्षतिग्रस्त होने की जानकारी सामने आई है.

bhim army chief chandrashekhar targets cm gehlot
जितेंद्र पाल मेघवाल हत्याकांड

पाली/जोधपुर. पाली में जितेंद्र पाल मेघवाल की हत्या के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इसके बावजूद मामले ने अभी तक तूल पकड़ा हुआ है. पीड़ित परिवार से मिलने के लिए भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर पाली (Bhim army chief Chandrashekhar met Jitendra Pal Meghwal family in Pali) पहुंचे. उन्होंने पुलिस प्रशासन से पीड़ित परिवार की मदद करने और आरोपियों को सख्त सजा दिलवाने की मांग की. पाली में चंद्रशेखर के काफिले पर असामाजिक तत्वों ने पत्थरबाजी की. इसमें दो गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं.

इससे पहले चंद्रशेखर ने जोधपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए (bhim army chief chandrashekhar targets cm gehlot) कहा कि पुलिस अगर पहले से ही काम करती, तो ये घटना नहीं होती. उन्होंने राजस्थान की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि यहां भी हालत सही नहीं है. मुख्यमंत्री सामंतों का सहयोग करते हैं. जहां भी लोगों पर अत्याचार होगा, हम उनकी खिलाफत करेंगे.

भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर

कानून व्यवस्था ठीक नहीं: चंद्रशेखर ने कहा कि राजस्थान की कानून व्यवस्था अच्छी नहीं है. यहां पर भी लोगों के साथ लगातार अत्याचार हो रहे हैं और आए दिन ये घटनाएं बढ़ रही हैं. मुख्यमंत्री को सोचना चाहिए कि ऐसा क्यों हो रहा है. अगर वो कानून व्यवस्था नहीं संभाल सकते तो उन्हें पद छोड़ देना चाहिए. सरकार के पीड़ित परिवार को सहायता दिए जाने पर उन्होंने कहा कि क्या सरकार जिस व्यक्ति की हत्या हुई है, उसे वापस ला सकती है? ऐसी स्थिति में अगर मुख्यमंत्री कानून व्यवस्था नहीं संभाल पा रहे हैं तो उन्हें कुर्सी पर बैठने का हक नहीं है. आर्थिक सहायता तो हम भी दे देंगे.

पढ़ें: प्रेम प्रसंग में दलित युवक की हत्या कर लाश घर के बाहर फेंकी, दो दिन बाद हुआ पोस्टमार्टम

गाड़ी पर हुआ पथराव: पाली के पनिहारी चौराहे से होते हुए बाली की ओर जाने के दौरान किरवा टोल के पास असामाजिक तत्वों ने चंद्रशेखर के काफिले की गाड़ियों पर पत्थरबाजी हुई. जानकारी के अनुसार इसमें दो गाड़ियां क्षतिग्रस्त हुईं. पुलिस ने मामला संभाल, काफिले को रवाना किया.

सूरत से आए थे आरोपी: पुलिस ने इस मामले में हत्या करने वाले आरोपी सूरज सिंह और रमेश सिंह को बालोतरा से गिरफ्तार कर लिया है. दोनों सूरत से मोटरसाइकिल पर उसकी हत्या करने के लिए आए थे. इस घटना के बाद से पुलिस और प्रशासन लगातार इलाके में सौहार्द बनाने का प्रयास कर रहा है, लेकिन सोशल मीडिया पर अभी तक द्वेषपूर्ण पोस्ट लगातार आ रही हैं, जिसके चलते अतिरिक्त सावधानी बरती जा रही है. बारवा गांव में पुलिस ने चौकी भी खोल दी है. हत्या की वजह आपसी रंजिश बताई गई है.

पढ़ें: राजस्थान में दलित की हत्या पर तुरंत हुई कार्रवाई, लेकिन UP सरकार किसानों की हत्या के बाद भी निरंकुश : डोटासरा

ये है पूरा मामला: गौरतलब है कि जितेंद्र पाल मेघवाल की 15 मार्च को दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी. पुलिस के अनुसार आपसी रंजिश के चलते जितेंद्र की हत्या की गई. जितेंद्र चिकित्सा विभाग में कोविड सहायक के पद पर कार्यरत था. वह ड्यूटी के बाद घर लौट रहा था, इसी बीच हमलावरों ने पीछे से वार किया. जिसमें वह घायल होकर गिर गया. उसके नीचे गिरने के बाद भी हमलावरों ने चाकू से कई जगहों पर वार किया. चाकू से कई वार होने के चलते जितेंद्र बुरी तरह घायल हो गया. सूचना पर आई पुलिस ने जितेंद्र को अस्पताल में भर्ती करवाया. हालांकि उसे बचाया नहीं जा सका.

पढ़ें: बाजोर के बाद अब भाजपा नेता कैलाश मेघवाल पर हमला, भाजपा ने प्रदेश सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा

2020 में हुई थी तनातनी: मृतक के भाई ओमप्रकाश ने बताया कि पूर्व में जितेन्द्र ने थाने में मामला दर्ज कराया था. जिसमें बताया कि 23 जून, 2020 को वह घर के बाहर बैठा था. वहां से गुजरते हुए सूरज सिंह से उसकी नजरें मिल गईं. सूरज ने उसे नजर नीची करने को कहा. जितेंद्र ने मना किया, तो आरोपी ने साथियों के साथ मिलकर हमला कर दिया. इसके बाद राजीनामा का दबाव बनाता रहा. बाली एसएचओ देवेंद्र सिंह ने बताया कि दोनों के बीच पहले से रंजिश थी. मरने से पहले भी जितेंद्र ने सूरज सिंह और उसके साथी का नाम बताया था.

पाली/जोधपुर. पाली में जितेंद्र पाल मेघवाल की हत्या के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इसके बावजूद मामले ने अभी तक तूल पकड़ा हुआ है. पीड़ित परिवार से मिलने के लिए भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर पाली (Bhim army chief Chandrashekhar met Jitendra Pal Meghwal family in Pali) पहुंचे. उन्होंने पुलिस प्रशासन से पीड़ित परिवार की मदद करने और आरोपियों को सख्त सजा दिलवाने की मांग की. पाली में चंद्रशेखर के काफिले पर असामाजिक तत्वों ने पत्थरबाजी की. इसमें दो गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं.

इससे पहले चंद्रशेखर ने जोधपुर एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए (bhim army chief chandrashekhar targets cm gehlot) कहा कि पुलिस अगर पहले से ही काम करती, तो ये घटना नहीं होती. उन्होंने राजस्थान की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि यहां भी हालत सही नहीं है. मुख्यमंत्री सामंतों का सहयोग करते हैं. जहां भी लोगों पर अत्याचार होगा, हम उनकी खिलाफत करेंगे.

भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर

कानून व्यवस्था ठीक नहीं: चंद्रशेखर ने कहा कि राजस्थान की कानून व्यवस्था अच्छी नहीं है. यहां पर भी लोगों के साथ लगातार अत्याचार हो रहे हैं और आए दिन ये घटनाएं बढ़ रही हैं. मुख्यमंत्री को सोचना चाहिए कि ऐसा क्यों हो रहा है. अगर वो कानून व्यवस्था नहीं संभाल सकते तो उन्हें पद छोड़ देना चाहिए. सरकार के पीड़ित परिवार को सहायता दिए जाने पर उन्होंने कहा कि क्या सरकार जिस व्यक्ति की हत्या हुई है, उसे वापस ला सकती है? ऐसी स्थिति में अगर मुख्यमंत्री कानून व्यवस्था नहीं संभाल पा रहे हैं तो उन्हें कुर्सी पर बैठने का हक नहीं है. आर्थिक सहायता तो हम भी दे देंगे.

पढ़ें: प्रेम प्रसंग में दलित युवक की हत्या कर लाश घर के बाहर फेंकी, दो दिन बाद हुआ पोस्टमार्टम

गाड़ी पर हुआ पथराव: पाली के पनिहारी चौराहे से होते हुए बाली की ओर जाने के दौरान किरवा टोल के पास असामाजिक तत्वों ने चंद्रशेखर के काफिले की गाड़ियों पर पत्थरबाजी हुई. जानकारी के अनुसार इसमें दो गाड़ियां क्षतिग्रस्त हुईं. पुलिस ने मामला संभाल, काफिले को रवाना किया.

सूरत से आए थे आरोपी: पुलिस ने इस मामले में हत्या करने वाले आरोपी सूरज सिंह और रमेश सिंह को बालोतरा से गिरफ्तार कर लिया है. दोनों सूरत से मोटरसाइकिल पर उसकी हत्या करने के लिए आए थे. इस घटना के बाद से पुलिस और प्रशासन लगातार इलाके में सौहार्द बनाने का प्रयास कर रहा है, लेकिन सोशल मीडिया पर अभी तक द्वेषपूर्ण पोस्ट लगातार आ रही हैं, जिसके चलते अतिरिक्त सावधानी बरती जा रही है. बारवा गांव में पुलिस ने चौकी भी खोल दी है. हत्या की वजह आपसी रंजिश बताई गई है.

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ये है पूरा मामला: गौरतलब है कि जितेंद्र पाल मेघवाल की 15 मार्च को दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी. पुलिस के अनुसार आपसी रंजिश के चलते जितेंद्र की हत्या की गई. जितेंद्र चिकित्सा विभाग में कोविड सहायक के पद पर कार्यरत था. वह ड्यूटी के बाद घर लौट रहा था, इसी बीच हमलावरों ने पीछे से वार किया. जिसमें वह घायल होकर गिर गया. उसके नीचे गिरने के बाद भी हमलावरों ने चाकू से कई जगहों पर वार किया. चाकू से कई वार होने के चलते जितेंद्र बुरी तरह घायल हो गया. सूचना पर आई पुलिस ने जितेंद्र को अस्पताल में भर्ती करवाया. हालांकि उसे बचाया नहीं जा सका.

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2020 में हुई थी तनातनी: मृतक के भाई ओमप्रकाश ने बताया कि पूर्व में जितेन्द्र ने थाने में मामला दर्ज कराया था. जिसमें बताया कि 23 जून, 2020 को वह घर के बाहर बैठा था. वहां से गुजरते हुए सूरज सिंह से उसकी नजरें मिल गईं. सूरज ने उसे नजर नीची करने को कहा. जितेंद्र ने मना किया, तो आरोपी ने साथियों के साथ मिलकर हमला कर दिया. इसके बाद राजीनामा का दबाव बनाता रहा. बाली एसएचओ देवेंद्र सिंह ने बताया कि दोनों के बीच पहले से रंजिश थी. मरने से पहले भी जितेंद्र ने सूरज सिंह और उसके साथी का नाम बताया था.

Last Updated : Mar 22, 2022, 10:46 PM IST
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