जोधपुर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (Anti Corruption Bureau) टीम द्वारा सोमवार को विद्युत विभाग की कनिष्ठ अभियंता वंदना शर्मा के नाम पर पीड़ित युवक से बिजली मीटर का नया कनेक्शन लगाने और बिजली मीटर में से रीडिंग हटाने के नाम पर 23 हजार रुपए की रिश्वत लेने का मामला सामने आया था.
मामले में मनोहर सिंह नामक युवक को एसीबी की टीम ने परिवादी के डायग्नोस्टिक सेंटर पर रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद एसीबी टीम ने मंगलवार को आरोपी को कोर्ट के समक्ष पेश किया गया. जहां से कोर्ट ने आरोपी को जेल भेजने के आदेश दिए.
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मालूम हो कि परिवादी गजेंद्र की शिकायत के सोमवार से एसीबी ने कार्रवाई शुरू की. जहां विद्युत विभाग की कनिष्ठ अभियंता की भूमिका को लेकर भी एसीबी की टीम ने गहनता से जांच की. एसीबी के SP डॉक्टर विष्णुकांत के अनुसार इस पूरे मामले में अभियंता वंदना शर्मा की क्या भूमिका है, इस बारे में जांच की जा रही है. साथ ही वंदना शर्मा और दलाल के बीच हुई बात की कॉल डिटेल सहित अन्य जांच भी जारी है.
एसीबी के एसपी ने बताया कि विद्युत विभाग की कनिष्ठ अभियंता के खिलाफ पूरे सबूत जुटाने के बाद सबूतों के आधार पर ही वंदना शर्मा को भी गिरफ्तार किया जाएगा. फिलहाल एसीबी की टीम इस पूरे मामले की जांच में जुटी है.