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पहली बारिश हिरणों के लिए बनी काल, करीब 35 की मौत 100 से अधिक घायल - etv bharat news

जोधपुर शहर सहित आसपास के इलाकों में चार दिन पहले हुई बारिश वन्यजीवों के लिए अकाल बनकर आई. अत्यधिक बारिश होने के कारण कई वन्यजीवों ने दम तोड़ दिया. वहीं सैंकड़ों की संख्या में घायल हो गए.

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Published : Aug 1, 2019, 6:37 PM IST

जोधपुर. तेज बारिश होने के कारण करीब 35 से अधिक हिरणों की मौत हो गई. साथ ही 100 से अधिक हिरण घायल हो गए, जिनका जोधपुर के माचिया सफारी पार्क स्थित रेस्क्यू सेंटर में इलाज जारी है. माचिया सफारी पार्क डीएफओ महेंद्र चौधरी ने बताया कि ज्यादा बारिश होने के कारण मिट्टी गीली हो गई है. गीली मिट्टी में हिरण भाग नहीं पाते, क्योंकि उनके पैर सीधे होते हैं और पैरों में खुर नहीं होने के कारण वे मिट्टी में फंस जाते हैं. ऐसे में कुत्ते उन्हें अपना शिकार बना लेते हैं.

जोधपुर में तेज बारिश के बाद 35 हिरणों की मौत 100 से अधिक घायल

डीएफओ ने बताया कि चार दिन पहले हुई तेज बारिश में करीब 35 से अधिक हिरणों की मौत हो गई है. बीते शनिवार और रविवार को हुई बारिश के कारण जिले के अलग-अलग जगहों पर कुल 127 से अधिक चिंकारा और काले हिरण गंभीर रुप से घायल हुए थे, जिनमें से लगभग 35 हिरणों की मौत हो गई थी. बाकी घायल हिरणों का माचिया सफारी पार्क रेस्क्यू सेंटर में इलाज किया जा रहा है.

यह भी पढ़ेंः जोधपुर के बालेसर में युवक की चाकू से गोदकर हत्या

इलाज करने वाले डॉक्टर का कहना है कि घायल वन्यजीवों को ड्रिप चढ़ाई जा रही है. साथ ही उनके शरीर पर जहां से कुत्तों ने उन्हें काटकर घायल किया है. वहां भी दवाइयां लगाकर उनका इलाज किया जा रहा है. डीएफओ ने ग्रामीणों को एक सलाह दी है कि अगर उनके क्षेत्र में कहीं भी वन्यजीव या हिरण घायल होते हैं तो वे उन्हें तुरंत नजदीकी चिकित्सालय में लेकर जाएं और प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जोधपुर लेकर आएं, जिससे कि घायल हुए वन्यजीवों को बचाया जा सके.

जोधपुर. तेज बारिश होने के कारण करीब 35 से अधिक हिरणों की मौत हो गई. साथ ही 100 से अधिक हिरण घायल हो गए, जिनका जोधपुर के माचिया सफारी पार्क स्थित रेस्क्यू सेंटर में इलाज जारी है. माचिया सफारी पार्क डीएफओ महेंद्र चौधरी ने बताया कि ज्यादा बारिश होने के कारण मिट्टी गीली हो गई है. गीली मिट्टी में हिरण भाग नहीं पाते, क्योंकि उनके पैर सीधे होते हैं और पैरों में खुर नहीं होने के कारण वे मिट्टी में फंस जाते हैं. ऐसे में कुत्ते उन्हें अपना शिकार बना लेते हैं.

जोधपुर में तेज बारिश के बाद 35 हिरणों की मौत 100 से अधिक घायल

डीएफओ ने बताया कि चार दिन पहले हुई तेज बारिश में करीब 35 से अधिक हिरणों की मौत हो गई है. बीते शनिवार और रविवार को हुई बारिश के कारण जिले के अलग-अलग जगहों पर कुल 127 से अधिक चिंकारा और काले हिरण गंभीर रुप से घायल हुए थे, जिनमें से लगभग 35 हिरणों की मौत हो गई थी. बाकी घायल हिरणों का माचिया सफारी पार्क रेस्क्यू सेंटर में इलाज किया जा रहा है.

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इलाज करने वाले डॉक्टर का कहना है कि घायल वन्यजीवों को ड्रिप चढ़ाई जा रही है. साथ ही उनके शरीर पर जहां से कुत्तों ने उन्हें काटकर घायल किया है. वहां भी दवाइयां लगाकर उनका इलाज किया जा रहा है. डीएफओ ने ग्रामीणों को एक सलाह दी है कि अगर उनके क्षेत्र में कहीं भी वन्यजीव या हिरण घायल होते हैं तो वे उन्हें तुरंत नजदीकी चिकित्सालय में लेकर जाएं और प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जोधपुर लेकर आएं, जिससे कि घायल हुए वन्यजीवों को बचाया जा सके.

Intro:जोधपुर
जोधपुर शहर सहित आसपास के इलाकों में 4 दिन पूर्व आई बारिश वन्यजीवों के लिए अकाल बन कर आई ।अत्यधिक बारिश होने से के कारण कई वन्यजीवों ने दम तोड़ दिया जोधपुर जिले में पहली बारिश ने 3 दर्जन से अधिक हिरणों की जान ले ली साथ ही 100 से अधिक हिरण घायल हो गए ।जिनका जोधपुर के माचिया सफारी पार्क स्थित रेस्क्यू सेंटर में इलाज चल रहा है। जोधपुर के माचिया सफारी पार्क डीएफओ महेंद्र चौधरी ने बताया कि ज्यादा बारिश होने के कारण मिट्टी गीली हो रखी है और ऐसी मिट्टी में हिरण भाग नही पाते क्यों कि उनके पैर सीधे ओर पैरो ने नीचे खुर होने के कारणों से वे मिट्टी में फस जाते है और फिर कुत्ते उनका शिकार कर लेते है ।


Body:डीएफओ ने बताया कि चार दिन पूर्व हुई भीषण 1 दिन की बारिश में लगभग 3 दर्जन से अधिक हिरणों की मौत हो गई है ओर जोधपुर के माचिया सफारी पार्क के रेस्क्यू सेंटर में घायल हिरणों का आना जारी है। जोधपुर जिले में गत शनिवार और रविवार को हुई बारिश के कारण जिले के अलग-अलग जगहों पर कुल 127 से अधिक चिंकारा और काले हिरण गंभीर रूप से घायल हुए। जिनमें से लगभग 35 हिरणों की मौत हो गई और बाकी घायल हिरणों का जोधपुर के माचिया सफारी पार्क रेस्क्यू सेंटर में इलाज किया जा रहा है ।इलाज करने वाले डॉक्टर का कहना है कि घायल वन्यजीवों को ड्रिप चढ़ाई जा रही है साथ ही उनके शरीर पर जहां से कुत्तों ने उन्हें काटकर घायल किया है वहां भी दवाइयां लगाकर उनका इलाज किया जा रहा है। माचिया सफारी पार्क के डीएफओ महेंद्र चौधरी ने ग्रामीणों को एक सलाह दी है कि अगर उनके क्षेत्र में कहीं भी वन्यजीव या हिरण घायल होते हैं तो वे उन्हें तुरंत रूप से नजदीकी चिकित्सालय में लेकर जाएं और प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जोधपुर ले कर आए जिससे कि घायल हुए वन्यजीवों को बचाया जा सके। ग्रामीणों द्वारा वन्यजीवों को घायल होने के बाद तुरंत रूप से गाड़ी में डालकर जोधपुर लाया जाता है जिससे कई वन्यजीवों की रास्ते में ही मौत हो जाती है जिस से बचने के लिए वे घायल हुए वन्यजीवों को नजदीकी अस्पताल में ले जाया और वहां से प्राथमिक उपचार के बाद ही जोधपुर लाएं। फिलहाल घायल वन्यजीवों का जोधपुर के माचिया सफारी पार्क रेस्क्यू सेंटर में आना लगातार जारी है तो वहीं घायलों का डॉक्टरों द्वारा निरंतर रूप से इलाज किया जा रहा है।


Conclusion:बाईट महेंद्र चौधरी डीएफओ जोधपुर
बाईट सुनील बिश्नोई मेडिकल कंपाउंडर
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