जोधपुर. उत्तर पश्चिमी रेलवे के महाप्रबंधक विजय शर्मा ने कहा है कि 31 मार्च तक जोधपुर से मारवाड़ जंक्शन के बीच विद्युतिकरण का काम पूरा हो जाएगा. इसके लिए हम जल्द ही संरक्षा आयुक्त से निरीक्षण (General Manager of North Western Railway inspection) करवाने के भी प्रयास कर रहे हैं. इस पर रेल आवागमन की अनुमति मिलने के बाद दक्षिण से आने वाली इलेक्ट्रिक ट्रेन सीधे जोधपुर आ सकेंगी.
शुक्रवार को बीकानेर-मेड़ता रोड रेल खंड का निरीक्षण करने आए महाप्रबंधक ने बताया कि मारवाड़ जंक्शन से लूणी के बीच काम पूरा हो गया है. जयपुर-जोधपुर दोहरीकरण का काम तेजी से चल रहा है. लक्ष्य मार्च 2023 है. लेकिन हम इसे इस वर्ष दिसंबर तक पूरा कर लेंगे. वर्तमान में इस 250 किलोमीटर के मार्ग में इस मार्च तक 130 किमी की स्पीड पर गाडियां चलने लगेंगी. अलग अलग खंड में संरक्षा आयुक्त की अनुमति के बाद संचालन शुरू भी कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि वर्तमान में मेड़ता रोड- खारिया खंगार के बीच तेजी से काम चल रहा है.
यात्री भाड़े में छूट पर शीघ्र निर्णयः महाप्रबंधक ने बताया कि कोरोना काल के बाद रेल संचालन में पूर्व की स्थिति तेजी से बहाल कर रहे हैं. वर्तमान में उत्तर पश्चिमी रेलवे में 95 प्रतिशत ट्रेन शुरू हो चुकी हैं. जो बाकी हैं, वे जल्द शुरू हो जाएंगी. जब उनसे पूछा गया कि ट्रेनों में लोगों को किराए में विभन्न श्रेणी में मिलने वाली छूट कब शुरू होगी?. इस पर उन्होंने कहा कि लोगों की इस मांग से हमने रेलवे बोर्ड को अवगत करवाया है. जल्द ही इस पर बोर्ड निर्णय करेगा. महाप्रबंधक के साथ डीआरएम गीतिका पांडेय सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे.