जोधपुर. हिस्ट्रीशीटर लवली कंडारा का आज अंतिम संस्कार हो गया. इस अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में वाल्मीकि समाज के लोग शामिल हुए. खास बात ये रही कि लंबे समय से फरार चल रहा लवली का भाई गैंगेस्टर हिस्ट्रीशीटर मोंटू कंडारा भी अंतिम संस्कार में शामिल हुआ.
गैंगस्टर मोंटू शव यात्रा में अर्थी के आगे चलता नजर आया. हालांकि पुलिस को कल शाम इस बात की जानकारी मिल गई थी कि मोंटू अपने भाई की अंतिम यात्रा में शामिल होगा. फिलहाल पुलिस ने मोंटू को पकड़ने को लेकर कोई कदम नहीं उठाया. संभवत हालात के कारण पुलिस यह कदम नहीं उठा सकी.
मोंटू कंडारा पर हाल ही में पुलिस ने 5000 रुपये का इनाम घोषित किया था. यह इनाम एनकाउंटर के अगले दिन घोषित किया गया था. मोंटू पर जोधपुर के अलग-अलग थानों में हत्या और अपहरण के कई मामले दर्ज हैं. इसी वर्ष मोंटू ने अपने दुश्मन गैंगस्टर कैलाश मांजू के खात्मे के लिए विक्रम सिंह नांदिया के साथ मिलकर भीलवाड़ा कॉन्स्टेबल हत्या प्रकरण के मुख्य आरोपी राजू फौजी को 1 करोड़ रुपए की सुपारी दी थी.
लेकिन ऐन वक्त पर राजू फौजी के गुर्गे पकड़े गए. इसके चलते शहर में बड़ा गैंगवार टल गया था. गौरतलब है कि बुधवार शाम को पुलिस और लवली के बीच हुई मुठभेड़ में लवली को 4 गोलियां लगी थी, जिससे उसकी मौत हो गई थी.
इसके बाद वाल्मीकि समाज ने रातानाडा थाना अधिकारी लीलाराम को निलंबित करने की मांग को लेकर धरना दिया था. शनिवार शाम को निलंबन की घोषणा के साथ धरना खत्म हुआ और रात को शव का पोस्टमार्टम करवाया गया. इसके बाद आज लवली का अंतिम संस्कार किया गया है.
लवली कंडारा का इस तरह हुआ था एनकाउंटर
जोधपुर में बुधवार को पुलिस और बदमाशों को बीच हुई मुठभेड़ में बदमाश लवली की गोली लगने से मौत हो गई थी. वांछित अपराधी लवली कंडारा पुलिस की फायरिंग में गोली लगने से घायल हुआ था, जिसकी अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई थी. परिजनों ने लवली की मौत को लेकर पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए थे, उन्होंने इसे फर्जी एनकाउंटर करार दिया था.
जैसा पुलिस ने बताया
रातानाडा थाना अधिकारी लीलाराम को सूचना मिली की वांछित आरोपी लवली कंडारा जोधपुर केंद्रीय कारागृह के पास है. इस पर लीलाराम पुलिस जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे. पुलिस को देखकर आरोपी लवली अपने साथियों के साथ मौके से भागा. पुलिस ने पीछा किया तो बदमाशों ने फायरिंग की. पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की. फायरिंग के दौरान एक गोली लवली के पेट में लगी, वह घायल हो गया. पुलिस घायल लवली को लेकर अस्पताल जा रही थी तभी रास्ते में उसकी मौत हो गई. पुलिस ने मौके से तीन बदमाशों को हिरासत में लिया. एक बदमाश भागने में कामयाब रहा.
वाल्मीकि समाज में फैला आक्रोश
पुलिस और बदमाशों के बीच हुई फायरिंग मुठभेड़ में घायल लवली कंडारा की मौत की सूचना मिलने के बाद वाल्मीकि समाज के लोगों का जमावड़ा एमडीएम अस्पताल में लग गया. परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि जानबूझकर उसका एनकाउंटर किया है. लवली की गाड़ी पर फायर के 6 निशान मिले. जबकि रातानाडा पुलिस निरीक्षक लीलाराम जो कि अपनी निजी गाड़ी में पीछा कर रहे थे, उनकी गाड़ी पर एक गोली का निशान था. लवली के परिजनों ने कहा कि अगर कोई अपराधी है तो उसे सीधा गोली मार देना कहां का कानून है. जब तक इस मामले में गोली मारने वाले बर्खास्त नहीं हो जाते, हम शव नहीं उठाएंगे.
एसएचओ लीलाराम और टीम को किया निलंबित
घटना के बाद वाल्मीकि समाज के दबाव में एसएचओ लीलाराम और कुछ सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया. इसके खिलाफ सोशल मीडिया पर कैंपेन भी चला. कहा गया कि बहादुर पुलिसकर्मियों को अच्छे काम की सजा दी जा रही है और अपराधियों को मुआवजा दिया जा रहा है. सोशल मीडिया पर 'SHO लीलाराम टीम को बहाल करो' टॉप ट्रेंड में भी रहा.