जोधपुर. प्रदेश सरकार की ओर से हाल ही में की गई बिजली की दरों की बढ़ोत्तरी का विरोध शुरू हो गया है. मुख्यमंत्री के गृह जिले जोधपुर में भारतीय किसान संघ ने किसानों के लिए इन दोनों को हानिकारक बताया है. बुधवार को पूरे जिले के सहायक अभियंताओं ने कार्यालय पर प्रदर्शन किया और बिजली के बिलों को जलाया.
इस दौरान जिला मुख्यालय पर भारतीय किसान संघ के उपाध्यक्ष नथाराम रिणवा की अगुवाई में किसान एकत्रित हुए और उन्होंने अपने घर और कृषि बिलों को जलाकर अपना रोष व्यक्त किया.
नथाराम रिणवा ने बताया कि सरकार ने जो बढ़ोत्तरी की है वह गलत है. किसानों को इससे परेशानी हो रही है. इतना नहीं सरकार ने अब तक जो ₹833 का अनुदान प्रति बिल में मिलता था वह भी बंद कर दिया है. किसान संघ की मांग है कि सरकार बढ़ी हुई दरें वापस ले और कृषि अनुदान वापस जारी करें. इसके अभाव में किसान अपनी मांग पूरी होने तक अपने घरेलू और कृषि बिल जमा नहीं करवाएंगे.
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किसान संघ के सदस्य किशोर सिंह ने कहा कि किसानों के मीटर की रीडिंग भी कर्मचारी मनमर्जी से लेते हैं. कई बार एवरेज बिल थमा देते हैं. इतना ही नहीं अब तो एडवांस बिल मांगने लगे हैं. जबकि किसान प्राकृतिक आपदाओं से जूझ रहा है. ऐसे में अगर सरकार ने समय रहते हुए बढ़ी हुई दरें वापस नहीं ली और कृषि अनुदान वापस जारी नहीं किया तो किसान संघ आंदोलन करेगा. किसान संघ ने सरकार से मांग की है कि सरकार उन्हें सिंगल फेज ट्रांसफार्मर बिजली उपलब्ध करवाएं जिससे कि वह अपना जीवन यापन कर सके.