भोपालगढ़ (जोधपुर). कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर देशभर में किए गए लॉकडाउन के दौरान कोई गरीब, बेघर और निर्धन भूखा नहीं रहे. इसके लिए सरकार और भामाशाह अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैं.
वहीं क्षेत्र में कुछ लोग संपर्क पोर्टल पर झूठी शिकायत दर्ज करवाकर प्रशासन को बेवजह परेशान और भागा दौड़ी करवाई जा रही है. जिससे जरूरतमंद लोगों को राशन सामग्री पहुंचने में विलंब हो रहा है.
झूठी शिकायत का मामला साथीन ग्राम में देखने को मिला. जहां प्रार्थी सुनीता पुत्री डूंगरराम जाति मेघवाल ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करवाई कि उन्हें राशन खरीदने हेतु बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है.
घर पर राशन सामग्री खत्म हो चुकी है. शिकायत में दर्ज नंबर पर टेलीफोन करने पर प्रार्थी ने बताया कि वह जयपुर से बोल रही है. शिकायत स्वयं दर्ज करवाई गई है. घर पर राशन सामग्री नहीं है जो उपलब्ध कराई जाए.
प्राप्त शिकायत के आधार पर हल्का पटवारी और ग्राम विकास अधिकारी को तुरन्त खाद्य सामग्री के साथ प्रार्थी के घर पर भेजा गया. जहां प्रार्थी के पिता डूंगरराम द्वारा खाद्य सामग्री लेने से मना कर दिया और कहा कि वह स्वयं सक्षम है उसे इसकी आवश्यकता नहीं है. जिस पर उप जिला मजिस्ट्रेट द्वारा हल्का पटवारी और ग्राम विकास अधिकारी से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी गई.
रिपोर्ट के आधार पर बताया कि प्रार्थीया के यहां 1200 वर्ग फीट का पक्का मकान बना हुआ है. वो 2000 वर्ग फीट का खाली भूखंड पड़ा है. प्रार्थीया स्वयं संविदा पर सीएमओ जयपुर में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत है वह उनका पूरा परिवार सक्षम है.
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उप जिला मजिस्ट्रेट शैतान सिंह राजपुरोहित ने बताया कि पूरे प्रकरण की जांच एवं परीक्षण करने पर पाया कि प्रार्थीया द्वारा झूठी शिकायत दर्ज करवाई गई थी. जो ऐसी आपात स्थिति में घोर अपराध की श्रेणी में आता है। प्राथि के विरुद्ध तहसीलदार के जरिए पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है।